विपक्ष के साथ नाश्ते से गरमाई राजनीति, पीएम क्यों हुए नाराज
राहुल गांधी के आमंत्रण पर 14 विपक्षी दलों ने साथ नाश्ता किया। इसके बाद राजनीति गरमा गई। सोशल मीडिया पर भिड़ंत चालू है। खुद पीएम ने खोला मोर्चा।
आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भाजपा विरोधी दलों को नाश्ते पर आमंत्रित किया। बसपा और आप को छोड़कर 14 विपक्षी दलों के नेताओं ने साथ बैठकर नाश्ता किया और संसद के भीतर पेगासस जासूसी मामले तथा महंगाई के खिलाफ सरकार को घेरने की अगली रणनीति पर विचार किया।
एक साथ नाश्ते के बाद सारे विपक्षी नेता साइकिल चलाकर महंगाई और पेगासस के विरोध में नारे लगाते हुए संसद पहुंचे। विपक्षी एकता संसद के बाहर सड़क पर भी दिखी। इसके बाद सोशल मीडिया पर #panauti ट्रेंड करने लगा। यूजर्स प्रधानंमत्री मोदी पर तंज कस रहे थे। कई ने लिखा कि आप महिला हॉकी सेमीफाइनल मत देखना। मालूम हो कि प्रधानमंत्री ने सुबह ट्वीट किया था कि वे भारतीय हॉकी पुरुष टीम का सेमीफाइनल देख रहे हैं। इस मैच में भारत हार गया।
उधर, विपक्ष के आक्रामक रवैये के बाद आज संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद पटेल ने बताया कि प्रधानमंत्री ने विपक्ष के रवैये से नाराज हैं। प्रधानमंत्री ने कहा है- जिन सदस्यों ने संसद में हंगामा किया, बिलों को फाड़ा, वे बरहम हैं।
राहुल गांधी ने ट्वीट किया- ना हमारे चेहरे ज़रूरी हैं, ना हमारे नाम। बस ये ज़रूरी है कि हम जन प्रतिनिधि हैं- हर एक चेहरे में देश की जनता के करोड़ों चेहरे हैं जो महंगाई से परेशान हैं। यही हैं अच्छे दिन? राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में इशारों में ही प्रधानमंत्री मोदी द्वारा ओलंपिक में अच्छे प्रदर्शन की आड़ में खुद का प्रचार करने पर तंज कसा।
आज नाश्ते पर साथ आनेवाले दलों में टीएमसी और शिव सेना की भागीदारी को काफी महत्व दिया जा रहा है। इन दोनों के साथ आने से संसद के बाहर और भीतर विपक्ष की ताकत बढ़ी है।