दरभंगा जिले के अधिकतर इलाको में गंभीर जल संकट के मद्देनजर जिला प्रशासन ने सरकारी तालाबों का सर्वेक्षण करने के लिए टीम गठित कर दी है। जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस. एम. ने बताया कि जल संकट का कारण भूगर्भ जलस्तर का नीचे चला जाना है और जल स्तर का रिचार्ज नहीं हो पाना है।
भूगर्भ जल स्तर को रिचार्ज करने के लिए वर्षा के पानी का तालाबों एवं नहरों में संचयन सबसे जरूरी है। जल संचयन के लिए तालाबों एवं कुएं का महत्त्वपूर्ण स्थान है। उन्होंने बातया कि जल संकट से निपटने के लिए किये जा रहे उपायों का वह स्वयं नियमित अनुश्रवण कर रहे हैं। इसके अलावा जिला स्तर पर लगातार बैठक कर प्रगति की समीक्षा की जा रही है।
डॉ. त्यागराजन ने बताया कि दरभंगा के शहरी क्षेत्रों में अवस्थित तालाबों का सर्वेक्षण कराने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए शहरी क्षेत्रों में अवस्थित तालाबों के सर्वेक्षण के लिए चार टीमों का गठन किया गया है। उन्होंने बताया कि पहली टीम 01 से 12 वार्ड का सर्वेक्षण करेगी। टीम का नेतृत्व अंचलाधिकारी, सदर दरभंगा अरुण कुमार सक्सेना कर रहे हैं। दूसरी टीम 13 से 24 वार्ड का सर्वेक्षण करेगी। इसके टीम लीडर प्रभारी अंचल निरीक्षक, दरभंगा विनय कुमार ठाकुर बनाये गये है। तीसरी टीम को 25 से 36 वार्ड का सर्वेक्षण का दायित्व दिया गया है। इसके टीम लीडर अंचलाधिकारी, बहादुरपुर कमलेश कुमार बनाये गये है एवं चौथी टीम 37 से 48 वार्ड के तालाबों का सर्वेक्षण करेगी। इसके टीम लीडर प्रभारी अंचल निरीक्षक, बहादुरपुर समीर आचार्य बनाये गये है। सभी टीमें को एक सप्ताह के अंदर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है।
जिलाधिकारी ने बताया कि जिला प्रशासन ने वर्तमान जल संकट के मद्देनजर तमाम एहतियाती कदम उठाये हैं। जल संकट वाले शहरी एवं ग्रामीण वार्डों में बोरिंग में स्टैंड पोस्ट लगाकर पानी की आपूर्ति की जा रही है। जिन वार्डों में बोरिंग नहीं थे, वहां टैंकर के जरिये पानी उपलब्ध कराया जा रहा है।