ये सरसों तेल नहीं उतर रहा, शराब की पेटियां उतर रहीं..बिहार में
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराबबंदी पर दो दिन पहले मैराथन बैठक की। आज समस्तीपुर में शराब से लदा पूरा ट्रक ही पकड़ा गया। राजद ने फिर पूछे कई सवाल।
दो दिन भी नहीं बीते कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बड़े-बड़े दावों पर सवालिया निशान लग गया। मुख्यमंत्री ने 16 नवंबर को शराबबंदी को कारगर बनाने के लिए सात घंटे तक मीटिंग की। हाल यह है कि आज समस्तीपुर में शराब लदा पूरा ट्रक ही पकड़ा गया।
शराब की पेटियां इस तरह उतर रही हैं जैसे सरसों तेल उतारा जा रहा हो। वैसे सरसों तेल भी सवा दो सौ रुपए लीटर हो गया है। पता नहीं सरसों तेल सस्ता है या शराब। लेकिन शराब की पेटियां उतारे जाने पर राजद ने जरूरी सवाल खड़ा किया है, जिस पर विचार किया जाना चाहिे।
समस्तीपुर जिला बिहार के लगभग मध्य में है। राजद ने पूछा है कि इतनी शराब उड़कर तो नहीं आ सकती। शराब लदा ट्रक कई जिलों से गुजरा होगा। यह कैसे संभव हुआ कि कई जिलों को पार करके शराब लदा ट्रक समस्तीपुर पहुंचा? क्या अन्य जिलों में पुलिस ने जांच नहीं की या यह प्रशासन की मिलीभगत है? राजद समस्तीपुर ने फोटो शेयर करते हुए ट्वीट किया-वहां CM “भिक्षा बैठक” की नौटंकी कर रहे हैं और यहां बिहारभर में धड़ल्ले से शराब व्यापार जारी है! जिले के बिथान थाना क्षेत्र में बनभौरा उ. म. विद्यालय में शराब से लदा ट्रक पकड़ाया! जिले में यह ट्रक उड़कर तो आया नहीं! अब नापिए रास्ते में पड़े हर जिले, हर थाने के अफसर को CM साहब!!
राजद ने अफसरों पर कार्रवाई की चुनौती दी है। यहां यह सवाल भी महत्वपूर्ण है कि शराब एक स्कूल के कैंपस से बरामद की गई। शराब माफिया ने स्कूल को भी नहीं बख्शा। सरकार को इस मामले में बयान देना चाहिए कि स्कूल में शराब की खेप कैसे पहुंची।
उधर, महागठबंधन में शामिल भाकपा माले के पॉलित ब्यूरो सदस्य धीरेंद्र झा ने ट्वीट करके कहा कि जबतक गांव स्तर पर सर्वदलीय कमेटी बनाकर शराब को रोकने की कोशिश नहीं होगी, तबतक शराबबंदी सफल नहीं हो सकती। धीरेंद्र झा ने ट्वीट किया-शराबबंदी को जमीन पर उतारने में आपकी सरकार और तन्त्र फ्लॉप रहा है। नौकरशाही और पुलिस महकमे के तन्त्र की चाहे जितनी बैठक कर लीजिए-निर्णय ले लीजिए, वह लागू नही होगा। गांव स्तर पर सर्वदलीय निगरानी समिति बनाइये,चीजें आगे बढ़ेगी!
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