योगी सरकार डर गई! एक दिन में चार बार बदला फैसला
आज देश की राजनीति में दिनभर राहुल गांधी छाए रहे। उन्हें लेकर योगी सरकार ने चार बार फैसला बदला। अखिलेश और प्रियंका को लेकर नया प्रचार क्या है?
कुमार अनिल
किसान नेता राकेश टिकैत से समझौता करके योगी सरकार ने सोचा था कि लखीमपुर का मामला शांत हो गया, लेकिन उसने एक बड़ी गलती कर दी। योगी सरकार ने प्रियंका गांधी को आधी रात में गिरफ्तार किया। जैसे-जैसे घंटे पर घंटे बीतते गए, मामला तूल पकड़ता गया। अब उनकी गिरफ्तारी को लेकर गोदी पत्रकार नया नैरेटिव गढ़ने में लगे हैं, लेकिन इससे पहले राहुल गांधी पर बात कर लें।
आज राहुल गांधी ने दिल्ली में पत्रकार सम्मेलन करके लखीमपुर जाने, पीड़ितों से मिलने की घोषणा की। इसके बाद यूपी सरकार ने कड़े तेवर दिखाते हुए कहा कि राहुल गांधी को लखनऊ आने की इजाजत नहीं है। यहां धारा 144 लागू है।
योगी सरकार के इजाजत नहीं देने के बावजूद राहुल गांधी दिल्ली से लखनऊ के लिए रवाना हुए। पत्रकारों ने पूछा कि आपको इजाजत नहीं है, लखीमपुर कैसे जाएंगे, तो राहुल ने कहा कि हम जाएंगे, जो होगा, उसका सामना करेंगे।
राहुल के पीछे मीडिया लगी रही। वे एयरपोर्ट पहुंचे, तो यह खबर भी प्रसारित हुई। वे विमान में सवार हुए। इधर, लखनऊ में एयरपोर्ट पर बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता जमा थे। वे राहुल गांधी जिंदाबाद और योगी सरकार मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे। राहुल गांधी पंजाब और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों के साथ लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचे। यहां पुलिस ने उन्हें रोक दिया, तो वे धरना पर बैठ गए।
एयरपोर्ट से फोटो और वीडियो वायरल होते रहे। रिपब्लिक टीवी जैसे कुछ चैनल राहुल गांधी के बजाय कश्मीर में आतंक पर शो दिखा रहे थे, लेकिन सोशल मीडिया पर राहुल की पल-पल की खबर फैल रही थी। पत्रकारों को दिखाकर राहुल ने बताया कि किस प्रकार उन्हें पुलिस ने रोक रखा है। उनके सामने दर्जनों पुलिसवाले खड़े थे।
कुछ देर बाद यूपी प्रशासन ने कहा कि राहुल गांधी को इजाजत दे दी गई है। लेकिन उन्हें सरकारी गाड़ी में जाना होगा। इस पर राहुल ने विरोध किया कि वे अपनी ही गाड़ी से जाएंगे। फिर काफी हुज्जत के बाद सरकार ने फैसला बदला और राहुल को उनकी अपनी गाड़ी में जाने की इजाजत दी।
अखिलेश और प्रियंका को लेकर क्या कहा जा रहा
कई पत्रकार यह प्रचारित करने में जुटे हैं कि प्रियंका गांधी को योगी सरकार ने जानबूझ कर गिरफ्तार किया, ताकि अखिलेश यादव को ज्यादा प्रचार न मिले। अकिलेश को प्रचार मिलने से भाजपा को आगामी चुनाव में नुकसान होगा। ये पत्रकार प्रियंका की गिरफ्तारी और उनके रात में ही लखनऊ से निकल पड़ने, जगह-जगह पुलिस से लड़ते हुए बढ़ने, बीच में कार बदलकर पुलिस को चकमा देने और अंततः सीतापुर में रात दो बजे पुलिस के सामने डटकर खड़े होने से परेशान हैं।
ये पत्रकार प्रियंका गाधी को मिल रहे प्रचार को कम करने में लगे हैं। क्या यह संभव है कि पुलिस अखिलेश के प्रति नरम रहे, ताकि उन्हें प्रचार न मिले और प्रियंका के प्रति कड़ा रहे, ताकि प्रचार मिले? लगता है, यूपी की योगी सरकार और गोदी मीडिया दोनों लखीमपुर के राष्ट्रीय मुद्दा बनने से हताश हो गए हैं और इसीलिए कभी राहुल को आने की इजाजत नहीं देते, कभी कहते हैं, जा सकते हैं।
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