यौन शोषण का आरोप लगानेवाली IPS के पक्ष में उतरे पूर्व IPS
तीन दिन पहले एक महिला आईपीएस अधिकारी ने यौन शोषण का आरोप लगाया था। आज घटना में नया मोड़ आया, तब एक पूर्व डीजीपी महिला अधिकारी के पक्ष में क्या बोले?
तीन दिन पहले तमिलनाडु की एक महिला आईपीएस अधिकारी ने यौन शोषण का आरोप लगाया। मामला इसलिए भी गंभीर हो गया क्योंकि आरोप तमिलनाडु के ही स्पेशल (लॉ एंड ऑर्डर) डीजीपी पर है।
मामला सामने आते ही विपक्ष हमलावर हो गया। राज्य सरकार ने भी जांच के लिए एक कमेटी बनाने का एलान किया। इस बीच आज उस घटना में तब नया मोड़ आ गया, जब द न्यू इंडियन एक्सप्रेस ने एक खबर प्रकाशित की, जिसमें कहा गया है कि जब महिला आईपीएस अधिकारी कंप्लेन दर्ज करने जा रही थीं, तब उन्हें पुलिस ने रोकने की कोशिश की।
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उक्त अंग्रेजी अखबार में खबर प्रकाशित होने पर केरल के पूर्व डीजीपी डॉ. एनसी अस्थाना ने कड़े शब्दों में कहा कि उन सभी आईपीएस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, जिन्होंने उस महिला आईपीएस अधिकारी को कंप्लेन दर्ज करने से रोकने की कोशिश की।
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पूर्व डीजीपी ने कहा-जिन-जिन अधिकारियों ने उस महिला आईपीएस अधिकारी को यौन शोषण का कंप्लेन दर्ज करने से रोकने की कोशिश की, सभी को सस्पेंड किया जाना चाहिए। किसी महिला अधिकारी को इस प्रकार रोकने के खिलाफ मामला भी दर्ज होना चाहिए।
डॉ. एनसी अस्थाना ने ट्विट करके कहा कि यह वाकया किसी घटिया फिल्म की कहानी से भी बदतर है। कैसे इतनी हिम्मत हुई। पूर्व डीजीपी ने अपने ट्विट के साथ अंग्रेजी अखबार की वह खबर भी शेयर की है, जिसमें महिला अधिकारी को कंप्लेन दर्ज करने से रोकने की खबर प्रकाशित हुई है। अखबार ने लिखा है कि वरीय पुलिस अधिकारी राजेश दास ने अपनी शक्ति का दुरुपयोग करते हुए युवा पुलिस अधिकारी को कंप्लेन दर्ज करने से रोकने के लिए सैकड़ों पुलिसकर्मी लगाए।