क्या JDU अध्यक्ष पद से RCP की विदाई तय है
जदयू प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक के पहले व बाद में दो बातें स्पष्ट रूप से सामने आयीं. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा की पार्टी के बाहर कंफ्युन है. वहीं RCP Singh ने कहा कि पार्टी चाहेगी तो वह अध्यक्ष पद छोड़ देंगे.
यूं तो प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक इस वादे के साथ खत्म हो गयी कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नीतियों को जन जन तक पहुंचाना है और यह कि वह पार्टी के निर्वावाद नेता हैं.
RCP-Kushwaha 90 दिन में एक साथ क्यों नहीं दिखे
लेकिन बकौल उपेंद्र कुशवाहा पार्टी के संबंध में ‘कंफ्युज’ होने की जरूरत नहीं है. उन्होंने प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक के ठीक पहले एक न्यूज चैनल को कहा कि पार्टी के अंदर कोई कंफ्युजन नहीं है लेकिन बाहर कंफ्युजन किया जा रहा है. लिहाजा हमारी कोशिश है कि बाहर या अंदर कोई कंफ्युजन नहीं रहे ताकि पार्टी को नयीं ऊंचाई तक ले जाया जा सके. लेकिन सवाल यह है कि क्या प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक के बाद सारे कंफ्युजन दूर हो गये? इस सवाल का जवाब अभी तक नहीं आया है.
ताजपोशी के बाद RCP ने भाजपा को धमकाया
उधर दिल्ली से वर्चुअल माध्यम से कार्यकारिणी में शामिल होने के बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष RCP Singh ने पत्रकारों से कहा कि पार्टी अगर चाहेगी तो वह अध्यक्ष का पद किसी योग्य व्यक्ति को सौंप देंगे. उन्होंने कहा कि हालांकि वह मंत्री और अध्यक्ष पद दोनों की एक साथ जिम्मेदारी निभाने में सक्षम हैं.
लेकिन दबे स्वर में यह बात भी कुछ लोग गोपनीयता की शर्त पर कहते हैं कि एक व्यक्ति एक पद के नियम का पालन होना चाहिए. उधर प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक के बाद अब खबर आयी है कि पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक 31 जुलाई को दिल्ली में होगी. जाहिर है इस बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा होगी जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर भी बहस हो सकती है.
ऐसे में हमें 31 जुलाई का इंतजार करना होगा कि पार्टी आरसीपी सिंह को अध्यक्ष बनाये रखेगी या किसी अन्य नेता के हाथ में कमान सौंपी जायेगी.