– न साड़ी और न ही मेहंदी लगा के जा सकेंगी छात्राएं, सीबीएसइ ने कदाचार रोकने के लिए बनाये कई नियम, कपड़ों में बड़े बटन, ब्रोच व हाइ हील के जूते पर भी रहेगी रोक
पटना
वैसे अभ्यर्थी जो इस बार नीट 2017 देने वाले हैं, तो उनके लिए विशेष खबर है. टेस्ट में कदाचार को रोकने के लिए सीबीएसइ ने कई नियम बनाये हैं. इसकी जानकारी नहीं होने पर अभ्यर्थियों काे परेशानी हो सकती है. ज्ञात हो कि सीबीएसइ द्वारा मेडिकल और डेंटल कोर्स में दाखिले के लिए आयोजित की जाने वाली प्रवेश परीक्षा नीट 2017 के लिए अभ्यर्थियों की तैयारी आखिरी चरण में है. परीक्षा का आयोजन सात मई को देश के 103 केंद्रों पर किया जायेगा.
एडमिट कार्ड, फोटो है अनिवार्य, ड्रेस कोड पर दें ध्यान
एग्जाम सेंटर पर छात्रों को कोई भी सामग्री लेकर जाने की अनुमति नहीं होगी. उनको केवल एडमिट कार्ड, सीबीएसइ की ओर से जारी किए गए प्रारूप पर पोस्टकार्ड साइज की फोटो लगाकर और एक पासपोर्ट साइज की फोटो लेकर जाना अनिवार्य होगा. सीबीएसइ की तरफ से नीट परीक्षा के लिए ड्रेस कोड के अलावा कई और सख्त नियम बनाये गये हैं. परीक्षा में गर्ल्स स्टूडेंट के लिए साड़ी पहनने के साथ-साथ मेहंदी लगाने पर भी रोक है. इसके अलावा कपड़ों में बड़े बटन, ब्रोच व हाइ हील के जूते पर भी रोक रहेगी. सीबीएसइ के नियम के अनुसार जो भी स्टूडेंट इनका पालन नहीं करेंगे, उन्हें एग्जाम सेंटर में एंट्री नहीं मिलेगी. एग्जाम सेंटर पर बुर्का, ताबीज, ब्रेसलेट और कृपाण को रखने पर भी रोक होगी. अभ्यर्थी अगर पर्स, एटीएम कार्ड, लॉकेट, जूते, फुल स्लीव्स की शर्ट, घड़ी, धूप वाले चश्मे, हेयर क्लिप, रबर बैंड, चूड़ी आदि कुछ भी लेकर लेकर या धारण कर के जायेंगे, तो उनको परीक्षा हॉल में एंट्री नहीं मिलेगी.
कई चीजों की होगी अनुमति
एग्जाम हॉल में वैसी महिला अभ्यर्थी को कुछ छूट मिलेगी, जिनकी शादी हो गयी है. इस छूट में मंगलसूत्र शामिल है, यानी शादीशुदा महिलाएं अगर एग्जाम सेंटर पर मंगलसूत्र पहनकर जाती हैं, तो उन्हें नहीं रोका जायेगा. वहीं, अन्य अभ्यर्थी हवाई चप्पल या सैंडल, हाफ टी-शर्ट या शर्ट, ट्राउजर, लैगिंस, लोवर, प्लाजो, सलवार, हाफ स्लीव्स कुर्ती, टॉप को पहनकर एग्जाम दे सकते हैं.