बिहार के मुख्यामंत्री जीतनराम मांझी ने कहा है कि बिहार अपनी चुनौतियों पर विजय पाने में सक्षम है। मंगलवार को लंदन में  The Bihar Story :  resurrection of the state, inclusion and growth  विषय पर अपने संबोधन में उन्होंंने कहा कि बिहार का स्वर्णिम अतीत रहा है। लंदन स्कूिल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पोलिटिकल सांइस के सभागार में आयोजित सेमिनार में उन्होंने अपना संबोधन हिन्दी में दिया, हालांकि श्रोताओं के अनुवाद की भी व्यवस्था थी।mandi 1

बिहार ब्यूरो प्रमुख

(नौकरशाहीडॉटइन ने पहले ही हिन्दी में भाषण देने की संभावना जतायी थी)

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अपने व्यााख्यान में सीएम श्री मांझी ने कहा कि बिहार त्रासदियों के बीच जीवटता के साथ उसके मुकाबले में सक्षम है। उन्होंने पूर्व मुख्यीमंत्री नीतीश कुमार की चर्चा करते हुए कि कहा कि उनके नेतृत्व में बिहार ने प्रगति के कई प्रतिमान स्थापित किए हैं। मंच से अपने अनुभवों को साझा करते हुए उन्होंने कहा कि उनके पिता बंधुआ मजदूर थे और वह स्वयं जानवर चराया करते थे। पिता की प्रेरणा से उनके अंदर शिक्षा की भूख जगी और पढ़ने के लिए स्कूल जाने लगे। इस दौरान भी उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ा। श्री मांझी ने अपने राजनीतिक संघर्ष की पीड़ा और उत्कर्ष की गाथा भी सुनायी। मांझी ने कहा कि महादलित व वंचित वर्गों के लोगों को सामाजिक व आर्थिक असामनता व अवसर के अभाव के कारण कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने समावेशी विकास के लिए महिलाओं के सामाजिक-आर्थिक उन्नयन और लैंगिक समानता की बात भी कही। सीएम जीतनराम मांझी ने कहा कि हमारी सरकार सक्षम, पारदर्शी और सबके उत्थालन के वचनबद्ध है।

 

 

इस कार्यक्रम की अध्यकक्षता लार्ड करण विलिमोरिया ने की। वह हाउस ऑफ लार्ड्स के सदस्य हैं। आद्री के संस्थापक सदस्य सचिव और इंटरनेशल ग्रोथ सेंटर के कंट्री सह निदेशक शैबाल गुप्ता ने बिहार की चुनौतियों और संभावनाओं पर प्रकाश डाला। इंटरनेशल ग्रोथ सेंटर के निदेशक रॉबिन बर्गेज और रुथू कट्टूमूरिया ने इस सेमिनार में अपनी बात रखी। डेढ़ घंटे के इस कार्यक्रम में बिहार के समावेशी विकास को लेकर कई बातें रखी गयीं। इस दौरान बिहार के मुख्य सचिव अंजनी कुमार, सीएम के प्रधान सचिव दीपक प्रसाद, कैबिनेट के प्रधान सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा, वित्त विभाग के प्रधान सचिव रामेश्व र सिंह और सीएम के सचिव संजय सिंह भी मौजूद थे।

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