ये दोनों बयान प्रधानमंत्री के हैं एक बयान दो साल पुराना है तो दूसरा हाल ही में दिया गया है। पीएम मोदी को पता है कि भारत भावनाओं का देश है.
वसीम अकरम त्यागी, फेसबुक पर
मुझे गोली मार दो मगर दलितों पर अत्याचार बंद करो – मोदी
सौ दिन में अगर काला धन नहीं ला पाया तो मुझे फांसी दे देना – मोदी
ये दोनों बयान प्रधानमंत्री के हैं एक बयान दो साल पुराना है तो दूसरा हाल ही में दिया गया है। मोदी जानते हैं कि भारत भावनाओं का देश है और लोगो को भावुक करके आसानी से ‘वो’ बनाया जा सकता है।
रोहित वेमुला से लेकर गुजरात के दलितों की पिटाई तक मोदी खामोश रहे। और अब कह रहे हैं कि गोली मार दो, गोली मार देना इलाज थोड़े न है। मोदी दंगाईयों पर गौआतंकियों पर कार्रावाई करने से क्यों डर रहे हैं ?
क्या दलितों के जख्मों पर मोदी को गोली मार देने से मरहम लग जायेगा ? वे तो बहुत धाकड़ और बलवान हैं उन्हीं के मुताबिक उनकी छाती का साईज भी 56 इंच है फिर गौआतंकियों पर कार्रावाई करने से उन्हें किसका डर लगता है ? यूं गौली मार दो, फांसी दे दो इससे काम नहीं चलेगा मोदी जी कार्रावाई कीजिये। गली गली में उग आई राम सेना, गौ सेना, निर्दल,दल दल, पैदल पर गृहमंत्रालय प्रतिबंध लगाये और इनके कार्यकर्ताओं को जेल में ठूंस दिया जाये।