मंगलवार को आनन फानन में आईपीएस अफसर अहमद जावेद को राकेश मारिया की जगह मुम्बई का पुलिस कमिशनर बना दिया गया.

अहमद जावेद फरवरी 2014 से ही इस पद के दावेदार थे
अहमद जावेद फरवरी 2014 से ही इस पद के दावेदार थे

 

राकेश को प्रोमोशन देते हुए डीजी होमगार्ड बनाया गया है.

हालांकि अहमद जावेद कोई डेढ़ साल पहले ही इस पद के दावेदार थे. लेकिन तत्कालीन सरकार ने उनकी जगह राकेश मारिया को तरजीह दी.

अहमद जावेद फरवरी 2014 में ही मुम्बई के पुलिस कमिशनर पद के दावेदार थे. लेकिन उन्हें तब डीजी होमगार्ड बना दिया गया था. उस पद  संभालने के बजाये अपनी नाराजगी जताते हुए जावेद छुट्टी पर चले गये थे. जावेद ने तब, खुद को दरकिनार करके राकेश मारिया को पुलिस कमिशनर बनाये जाने को अन्यायपूर्ण करार दिया था.

 

जावेद 1980 बैच के आईपीएस अफसर हैं. वह मुम्बई के अतिरिक्त पुलिस कमिशनर, सेंट्रल रीजन और ज्वाइंट कमिशनर के रूप में काम कर चुके हैं. वह नावी मुम्बई के कमिशनर की भूमिका भी निभा चुके हैं. फिलवक्त जावेद डीजी होमगार्ड के पद पर थे. राकेश मारिया को मुम्बई के पुलिस कमिशनर के पद से हटा कर जावेद अहमद की जगह उन्हें डीजी होमगार्ड बनाया गया है.

इस बीच मुम्बई पुलिस कमिशनर का पद ग्रहण करने के बाद अहमद जावेद ने कहा है कि शीन बोरा मर्डर केस में जांच टीम में कोई तब्दीली नहीं की जायेगी. उन्होंने कहा उस मामले की जांच पहले की तरह जारी रहेगी.

राकेश मारिया को मुम्बई के पुलिस कमिशनर पद से एक महीना पहले ही हटा कर उन्हें प्रोमोशन दे दिया गाया है. मारिया बहुचर्चित शीन मर्डर केस की गुत्थी सुलझाने में लगे थे. हालांकि बताया जाता है कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीश मारिया से कुछ नाराज थे उन्होंने कहा भी था कि पुलिस को सिर्फ एक केस पर ध्यान नहीं केंद्रित करना चाहिए.

By Editor