26 को फौजी परेड के साथ दिखेगा 50 किमी किसान परेड
दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसान 26 जनवरी को ट्रैक्टर के साथ किसान परेड निकालेंगे। एक तरफ सेना का परेड हेगा, दूसरी तरफ किसान परेड।
किसानों ने आज ऐलान कर दिया कि 26 जनवरी को दिल्ली में किसान परेड होकर रहेगा। आंदोलनकारी नेताओं ने यह भी कहा कि यह परेड दिल्ली के आउटर रिंग रोड पर होगा। उनके ऐलान के साथ ही यह स्पष्ट हो गया कि वे सरकारी आयोजन स्थल पर नहीं जाएंगे। जरूर एक सवाल बना हुआ है कि क्या प्रशासन उन्हें किसान परेड निकालने की इजाजत देगा?
किसान नेता योगेंद्र यादव ने कहा कि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस है। गणतंत्र दिवस की शान में किसान भी तिरंगा लेकर परेड करेंगे, तो इसे प्रशासन भला क्यों रोकेगा?
एक करोड़ 20 लाख रुपए शहीद परिवारों को देंगे आंदोलनकारी
पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में किसान नेताओं ने कहा कि अब तक 120 किसान इस आंदोलन में शहीद हो चुके हैं। हर परिवार को एक-एक लाख रुपए सहायता राशि के रूप में दी जाएगी। इसका अर्थ हुआ कुल एक करोड़ 20 लाख रुपए शहीद परिवारों को दिए जाएंगे। यह राशि आंदोलन के लिए मिल रही चंदे की राशि से ही दी जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि आंदोलन में सहयोग देनेवाले के साथ ही कहां किस मद में खर्च हुआ, इसकी पूरी जानकारी सार्वजनिक की जाएगी।
सत्तालोभी नेता और बिकाऊ पत्रकारों की हवस से बड़ा है देश
किसान नेताओं ने बताया कि आंदोलन में बीमार पड़नेवाले किसानों के इलाज के लिए आठ बेड का अस्पताल खोला गया है ताकि और किसी की जान न जाए।
इस तरह इस 26 जनवरी को लोग एक साथ दो-दो परेड देखेंगे। एक तरफ परंपरागत परेड लोग देखेंगे, वहीं किसान परेड में तिरंगे के साथ किसान ट्रैक्टर निकलेगा। कई किसान अभी से टैक्टर के करतब दिखा रहे हैं। इस आयोजन में शामिल होने के लिए पहली बार ओड़िशा से भी किसानों का जत्था दिल्ली पहुंच रहा है।