पप्पू ने 40 ड्राइवरों को लाया सामने, भाजपा को सूंघा सांप
पप्पू यादव ने भाजपा सांसद के यहां छिपा कर रखे दर्जनों एंबुलेंस का मामला उजागर किया। भाजपा सांसद ने कहा, मेरे पास ड्राइवर नहीं है। पप्पू ने 40 ड्राइवर दिए।
जन अधिकार पार्टी के प्रमुख और पूर्व सांसद पप्पू यादव ने भाजपा को पानी-पानी कर दिया। उन्होंने छपरा के सांसद और पूर्व मंत्री राजीव प्रताप रूडी के यहां उन्हीं के सांसद फंड से खरीदी गई दर्जनों एंबुलेंस को छिपा कर रखे जाने का मामला उजागर किया। मीडिया में मामला आने पर रूडी ने सफाई दी कि उनके पास ड्राइवर नहीं हैं। पप्पू यादव के पास ड्राइवर हैं, तो ले जाएं।
हालांकि रूडी ने बचाव में सफाई दी, पर उससे मामला खत्म होने के बजाय तूल पकड़ लिया। सवाल है कि अगर ड्राइवर नहीं है, तो क्या उन्होंने सरकार को यह जानकारी दी। किसकी इजाजत से उन्होंने छिपाकर एंबुलेंस रखे, जबकि लोग एंबुलेंस की कमी से ठेले पर शव लो जाने को मजबूर हैं। फिर वे सत्ताधारी दल के सांसद है, क्या उन्हें यह शोभा देता है कि वे कहें कि पप्पू यादव के पास ड्राइवर है, तो ले जाएं!
अभी ये सब सवाल उठ ही रहे थे कि पप्पू यादव ने दूसरा धमाका कर दिया। उन्होंने छपरा से ही सिर्फ कुछेक घंटे में 40 ड्राइवरों को मीडिया के सामने लाया। सबके पास ड्राइविंग लाइसेंस भी है।
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बिहार में इतनी बेरोजगारी है कि हर जिले में सैकड़ों की संख्या में ड्राइवर मिल जाएंगे, फिर रूडी को कैसे ड्राइवर नहीं मिल रहे थे।
पूरा मामला सामने आने पर भाजपा नेताओं को जैसे सांप सूंघ गया है। बात-बात पर ट्विट करनेवाले भाजपा के नेता चुप हैं।
पप्पू यादव ने महामारी में इतने बड़े मामले को उजागर किया, लेकिन बिहार के प्रमुख अखबारों ने खबर को दबा दिया। लेकिन कई टीवी चैनलों और सोशल मीडिया में मामले ने तूल पकड़ लिया।
भाकपा माले के पॉलित ब्यूरो सदस्य धीरेंद्र झा ने कहा- भाजपा सांसद रूडी को गिरफ्तार करो। जब किसी सांसद की अनुशंसा पर उनके ऐच्छिक कोष से एंबुलेंस खरीदी जाती है, तो वह स्वास्थ्य विभाग की संपत्ति हो जाती है। ड्राइवर की व्यवस्था स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेवारी है। सांसद ने अपने पास क्यों रखी थी एंबुलेंस।