अहमदाबाद विमान हादसे के बाद गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर विवाद हो गया है। उन्होंने कहा कि ये एक्सिडेंट है और एक्सिडेंट को कोई नहीं रोक सकता। उनके इस बयान पर लोगों ने कहा कि अगर हादसे रोके नहीं जा सकते, तो विभाग और मंत्री किस काम के हैं। हादसे के लिए जिम्मेदारी तय होनी चाहिए। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी घटनास्थल पर पहुंचे। न्यूज एजेंसी एएनआई ने उनकी कई तस्वीरें साझा की हैं। एक तस्वीर में प्रधानमंत्री का फोटो इस एंगल खींचा गया है, मानो कैमरामैन ने करीब-करीब लेट कर फोटो लिया हो। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि देश का दुर्भाग्य है। ऐसे दुख के समय भी फोटो शूट किया जा रहा है। इससे पहले नागरिक उड्डयन मंत्री के एक रील की भी देशभर से आलोचना हुई है। लोगों ने कहा कि हादसे की भी रील बनाई जा रही है, जिसमें बैक ग्राउंड से म्यूजिक आ रहा है।
विमान हादसे पर गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि यह दुर्घटना है और दुर्घटना को रोका नहीं जा सकता। इसके बाद कई गोदी मीडिया एंकरों ने एक्स पर लिखा कि मौत दुनिया की सबसे बड़ी सच्चाई है। यह किसी को भी, कहीं भी अपनी जद में ले सकती है। इस पर सोशल मीडिया में लोगों ने कहा कि ये ही एंकर बेंगलुरू में आईपीएल के बाद हुए आयोजन में भगदड़ और मौत पर कर्नाटक सरकार को जिम्मेदार बता रहे थे। अब गुजरात में विमान हादसे पर इनके सुर बदल गए हैं। अब सरकार को जिम्मेदार बताने के बदले कह रहे हैं कि मौत किसी की भी हो सकती है। लोगों ने कहा कि यह जांच में लीपापोती की तैयारी को बताता है। इस बीच सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल है, जिसमें एक महिला कह रही है कि मेरे पापा को वापस ला दो, मैं एक करोड़ दे दूंगी। दरअसल वह सरकार के एक करोड़ मुआवजे की घोषणा पर प्रतिक्रिया दे रही थीं।