अंतिम अरदास में लखीमपुर पहुंचीं प्रियंका, घायलों से भी मिलीं
लखीमपुर में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री की गाड़ी से कुचलकर मार दिए गए शहीद किसानों की अंतिम अरदास में आज प्रियंका गांधी शामिल हुईं। वे घायलों से भी मिलीं।
कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी आज लखीमपुर पहुंचीं। उन्होंने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री की गाड़ी से कुचल कर शहीद कर दिए किसानों की अंतिम अरदास में हिस्सा लिया। श्रीगुरुग्रंथ साहिब के सामने मत्था टेका। वे मंच पर नहीं गईं। नीचे ही किसानों के बीच बैठीं। यहां कुछ घायल किसान भी पहुंचे थे, उनसे भी उन्होंने मुलाकात की। उनके साथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और दीपेंद्र हुड्डा भी थे।
आज ही देशभर में मंदिरों-मस्जिदों और गुरुद्वारों में विशेष पार्थना हुई। सिंघु बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर पर भी शहीद किसानों को श्रद्धांजलि देते हुए प्रार्थना की गई। लखीमपुर में अंतिम अरदास के मौके पर लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी भी पहुंचे। अन्य किसी दल के बड़े नेता के पहुंचने की खबर नहीं है।
लखीमपुर में श्रीमती प्रियंका गांधी जी ने किसान शहीदों की अंतिम अरदास में गुरु ग्रंथ साहब के सामने मत्था टेककर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की.. pic.twitter.com/CtKG4qd8ob
— Srinivas BV (@srinivasiyc) October 12, 2021
यूपी कांग्रेस ने कहा कि अंतिम अरदास में शामिल होने आ रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को जगह-जगह रोका गया। सीतापुर टॉल पलाजा पर एनएसयूआई के नेताओं को पुलिस ने लखीमपुर जाने से रोक दिया। यह कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ बकझक भी हुई। कांग्रेस ने इसका वीडियो भी जारी किया है।
इसके साथ ही आज फिर कांग्रेस ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री को बरखास्त करने की मांग की। कहा, मंत्री के पद पर रहते न्याय नहीं हो सकता। कांग्रेस का पूरा जोर मंत्री की बरखास्तगी पर है। कांग्रेस विधानसभा चुनाव की अलग से तैयारी करने के बदले पूरा जोर लखीमपुर मामले पर लगाया है। प्रियंका गांधी ने बनारस की रैली में कहा भी था कि जब तक केंद्रीय मंत्री को पद से नहीं हटाया जाता, वे चुप नहीं बैठेंगी। लखीमपुर में उन्होंने कोई राजनीति बयान नहीं दिया, लेकिन अंतिम अरदास में शामिल होकर उन्होंने किसानों के साथ एकजुटता दिखाई।
प्रियंका का मौन भी गूंजा, मंत्री की बरखास्तगी का बढ़ा दबाव