बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के एक निर्णय से पश्चिम बंगाल भाजपा में अब तक की सबसे बड़ी फूट और बगावत सामने आ गई है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने अमित शाह के करीबी शुवेंदु अधिकारी के खिलाफ बगावत कर दी है।

दरअसल ममता सरकार ने पूर्वी मिदनापुर के दीघा में समुद्र किनारे 20 एकड़ में जगन्नाथ धाम का निर्माण कराया है। कल मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की गई। इस मंदिर का टीएमसी ने राज्य में जबरदस्त प्रचार किया। माना जा रहा है कि ममता ने जयश्रीराम का जवाब ढूंढ़ लिया है। जयश्रीराम का जवाब जय जगन्नाथ होगा। धाम का निर्माण पुरी के जगन्नाथ मंदिर की शैली में किया गया है।

इस जगन्नाथ मंदिर का भाजपा विरोध कर रही है। शुवेंदु अधिकारी जगन्नाथ धाम के खिलाफ सबसे मुखर हैं। इस बीच कल प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष पत्नी के साथ पहुंच गए। इसके बाद भाजपा का नैरेटिव हवा हो गया। दिलीप घोष ने ममता के साथ मंच भी शेयर किया। दोनों नेताओं में अलग से बंद कमरे में भी बात हुई। इसके बाद भाजपा बैकफुट पर आ गई। पिर कई भाजपा नेता कहने लगे कि शुवेंदु को भगवान जगन्नाथ का विरोध नहीं करना चाहिए।

इधर ममता के एक निर्णय से भाजपा परेशान है। कभी भाजपा ने राम मंदिर के उद्घाटन से पहले हर घर अक्षत पहुंचाया था। अब उसी तर्ज पर ममता बनर्जी ने बंगाल के हर घर में जगन्नाथ धाम का प्रसाद और धाम की एक तस्वीर पहुंचाने का निर्देश दिया है। याद रहे अगले साल बंगाल में विधानसभा चुनाव है और टीएमसी पूरे साल भर हर घर प्रसाद पहुंचाएगी। जाहिर है बंगाल में भाजपा के जयश्रीराम और टीएमसी के जय जगन्नाथ में राजनीतिक प्रतियोगिता छिड़ गई है।

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By Editor