पहलगाम हमले में मारे गए नेवी के लेफ्टिनेंट जनरल विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी ने कहा कि पहलगाम हमले के लिए देश के मुस्लिमों को निशाना न बनाया जाए। कश्मीर के मुस्लिमों को भी निशाना न बनाया जाए। कहा कि मेरे पति को जिन लोगों ने मारा है, उन्हें सख्त सजा मिलनी चाहिए, लेकिन आम मुसलमानों को निशाना बनाना सही नहीं है।

नेवी अफसर विनय नरवाल की जयंती सभा में उनकी पत्नी ने गुरुवार को भावुक अपील की। कहा कि जिन लोगों ने पहलगाम हमले को अंजाम दिया है, उन्हें सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए, लेकिन मुस्लिमों को टारगेट न किया जाए। उनकी जयंती पर आज पक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। हिमांसी ने कहा कि अगर वे जीवित होते, तो हम धूम-धाम से जन्मदिन मनाते, लेकिन आज हम जयंती मना कर उनकी याद कर रहे हैं।

हिमांशी नरवाल की इस अपील की कई लोगों ने सराहना की है। शादी के सिर्फ छह दिन बाद ही अपना सुहाग खोने वाली हिमांशी की इस अपील की सोशल मीडिया में चर्चा है।

कश्मीर का एक वीडियो भी वायरल है, जिसमें एक बुजुर्ग कश्मीरी कह रहे हैं कि किस प्रकार इस बेटी के लिए उनके सीने में दर्द है। वे बुजुर्ग कह रहे हैं कि जब उन्हें मालूम हुआ कि शादी के सिर्फ छह दिनों बाद ही बेटी को पति खोना पड़ा, तो लगा कि वह उनकी ही बेटी है। बहुत दुख महसूस कर रहा हूं।

इधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जाति गणना कराने की घोषणा के बाद भी लोग पहलगाम की घटना को भूले नहीं है। लोग चाहते हैं कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। घटना के नौ दिन बाद अब भाजपा का वह प्रचार कमजोर पड़ गया है, जिसमें वह पहलगाम हमले के लिए मुस्लिमों को निशाना बना रही थी।

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