भारत जोड़ो : आपके दिमाग को भ्रष्ट करने में जुटी मीडिया

गोदी मीडिया आपके दिमाग को क्या खिला रहा है, उस पर गौर करिए। 48 घंटे से वह भारत जोड़ो यात्रा को लेकर जो प्रचार कर रहा है, उसे ठीक से पढ़ना जरूरी है।

कुमार अनिल

भारत जोड़ो यात्रा आज कन्या कुमारी से शुरू हो गई। इसका घोषित लक्ष्य है देश में नफरत फैला कर देशवासियों को बांटने का विरोध। नफरत की जगह आपस में प्रेम-सद्भाव। हर राज्य, हर भाषा, हर संस्कृति को सम्मान। विविधता का सम्मान। महंगाई-बेरोजगारी जैसे सवाल पर लोगों को एकजुट करना। लेकिन गोदी मीडिया आपके दिमाग को क्या खिला रहा है? वह भारत जोड़ो यात्रा के एक दिन पहले से ही दिन-रात एक ही बात का प्रचार कर रहा है। इसमें गोदी मीडिया के सारे चैनलों में जबरदस्त एकता है।

गोदी मीडिया का शीर्षक देखिए, उसके एंकर की बात सुनिए। सब एक ही बात बता रहे हैं कि यह भारत जोड़ो कांग्रेस को बचाने की मुहिम है। गांधी परिवार को बचाने की मुहिम है। और कि कांग्रेस और राहुल गांधी दिल्ली की सत्ता पाना चाहते हैं, उसी के लिए पदयात्रा कर रहे हैं। एक गोदी चैनल का शीर्ष है भारत जोड़ो या वोट जोड़ो।

किसी मीडिया में भारत जोड़ो यात्रा के घोषित लक्ष्यों पर चर्चा नहीं की जा रही है। सभी इस यात्रा को डायवर्ट करने में लगे हैं। कल राहुल गांधी ने अपने पिता के स्मारक के निकट श्रद्धांजलि देने के बाद कहा था कि नफरत के कारण उन्होंने अपने पिता को खोया है, अब नफरत के कारण देश को खोना नहीं चाहते। इतनी महत्वपूर्ण बात को भी गोदी मीडिया ने गायब कर दिया।

आज कई राज्य केंद्र से अपने हिस्से की राशि समय पर नहीं मिल पाने के कारण परेशान हैं। उनकी योजनाएं रफ्तार नहीं पकड़ पा रही है। समाज में देखें, तो कई हिस्से मायूस नजर आ रहे हैं। महंगाई-बेरोजगारी जैसे सवाल पूरे देश का है। ये सब बात मीडिया नहीं बता रहा। गोदी मीडिया अपने एजेंडे को नागरिकों के दिमाग में भर देने की कोशिश में जुटा है। उसे किसी विवादास्पद बयान का इंतजार है। तमिलनाडु और केरल के बाद जब यात्रा कर्नाटक और उसके बाद हिंदी भाषी राज्यों में पहुंचेगी, तब किस प्रकार भारत जोड़ो यात्रा को बेपटरी करने की कोशिश होगी, यह देखना होगा।

स्तालिन-गहलौत ने राहुल को सौंपा तिरंगा, शुरू हुई भारत जोड़ो यात्रा

By Editor