बिहार में 6 महीने में 55 नक्सली गिरफ्तार, 60 हजार का इनामी भी
बिहार में 6 महीने में 55 नक्सली गिरफ्तार, 60 हजार का इनामी भी। बिहार पुलिस मुख्यालय में अपर पुलिस महानिदेशक ने दी जानकारी। कई हार्डकोर धराए।
बिहार के अपर पुलिस महानिदेशक जितेंद्र सिंह गंगवार ने शुक्रवार को प्रेस को बताया कि पिछले छह महीने में राज्य में 55 नक्सली गिरफ्तार किए गए। इनमें एक कुख्यात भी है, जिस पर 100 से ज्यादा कांडों में शामिल होने का आरोप है। इसका नाम अरविंद भुइंया उर्फ मुखिया है। इसे बिहार के अलावा झारखंड पुलिस को भी तलाश थी। झारखंड में इस पर 50 हजार का इनाम घोषित था, जबकि बिहार सरकार ने इस पर 10 हजार का इनाम घोषित कर रखा था। अपर पुलिस महानिदेशक ने बताया कि इसकी गिरफ्तारी गया में की गई। यह बिहार पुलिस और विशेष बल की बड़ी सफलता है।
उन्होंने बताया कि औरंगाबाद में 29 केन बम भी बरामद किए गए, जो जमीन में गाड़ कर छुपाए गए थे। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार पुलिस की सक्रियता के कारण ये सभी नक्सली पकड़े गए। अब इनका कार्य क्षेत्र सिमटता जा रहा है। बिहार के गया औरंगाबाद, जमुई जैसे इलाके में भी इनका क्षेत्र कम होता जा रहा है।
राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक ने बताया कि 27 कुख्यात अपराधियों को विभिन्न जिलों से गिरफ्तार किया गया। इनके पास से हथियार भी बरामद किए गए। इन सभी को अपराध की योजना बनाते गिरफ्तार किया गया। पुलिस की सक्रियता से अपराध करने के पहले ही इन्हें गिरफ्तार किया गया। हाल में सीतामढ़ी में अपराध की योजना बनाते पांच अपराधियों को गिरफ्तार किया गया।
इस बीच बिहार पुलिस ने ट्वीट करके जानकारी दी कि भोजपुर से हत्याकांड के फरार अभियुक्त उमाशंकर मिश्रा पे० श्रीधर मिश्रा ग्राम – सोनवर्षा, थाना- शाहपुर (करनामेपुर ओ० पी०) जिला –भोजपुर पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है। पुलिस उसकी तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है। पुलिस ने इस अपराधी का फोटो भी जारी किया है।
हत्याकांड के फरार अभियुक्त उमाशंकर मिश्रा पे० श्रीधर मिश्रा ग्राम – सोनवर्षा, थाना- शाहपुर(करनामेपुर ओ० पी०) जिला –भोजपुर पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है |
— Bihar Police (@bihar_police) June 30, 2023
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चार दिन पहले भारत-नेपाल सीमा पर बिहार पुलिस और डकैतों में आमने-सामने की मुठभेड़ हुई थी, जिसमें दो डकैत मारे गए थे। तब दोनों की पहचान नहीं हो पाई थी। शेष डकैत नेपाल की सीमा में भाग गए थे। माना जा रहा है कि मारे गए दोनों डकैत नेपाल के रहने वाले हैं।
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