UCC पर चिराग ने पकड़ी भाजपा से अलग राह, समर्थन नहीं

UCC पर चिराग ने पकड़ी भाजपा से अलग राह, समर्थन नहीं। लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष ने समान नागरिक संहिता पर जो कहा, वह भाजपा को परेशान करने वाला।

UCC पर भाजपा को चिराग पासवान के स्टैंड से झटका लगना तय है। थोड़ी देर पहले उन्होंने न्यूज एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए कहा कि भारत विविधताओं का देश है। यहां विभिन्न धर्मों के लोग रहते हैं। भाषा-संस्कृति अलग-अलग है। समान नागरिक संहिता पर जब मसौदा सामने आएगा, उसे देखकर हम अपना स्टैंड तय करेंगे।

याद रहे कल ही नगालैंड में भाजपा की सहयोगी पार्टी ने समान नागरिक संहिता पर कड़ा रुख अख्तियार करते हुए साफ-साफ कहा था कि वे नगालैंड में समान नागरिक संहिता को कदापि स्वीकार नहीं करेंगे। नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (NDPP) के अध्यक्ष चिंगवांग कोनयाक ने कहा था कि सिर्फ समान नागरिक संहिता लागू करके कोई यह नहीं सोच सकता कि देश एक रहेगा। भारत अगर है, इसके बावजूद कि हमारे देश में अनेक धर्म, अनेक आदिवासी समूह के लोग रहते हैं।

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अब शुक्रवार को लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष और सांसद चिराग पासवान ने बिना ड्राफ्ट देखे समर्थन देने से इनकार कर दिया। यही नहीं, उन्होंने जिस तरह भारत की विविधता में एकता की बात की, वह भाजपा को परेशान करनेवाली है।

याद रहे तीन दिन पहले मध्य प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जोर-शोर से देश में समान नागरिक संहिता लागू करने पर जोर दिया था। उसके बाद सबसे पहले आप के संयोजक तथा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने समर्थन किया। शुक्रवार को आद शिवसेना के उद्धव ठाकरे ने भी भाजपा का समर्थन कर दिया।

लोजपा प्रमुख चिराग पासवान 2020 विधानसभा चुनाव में खुद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हनुमान कहते थे। अब उनका स्टैंड बता रहा है कि वे हनुमान के रोल में नहीं रहे। वे स्वतंत्र ढंग से निर्णय लेंगे। अगर चिराग पासवान ने समान नागरिक संहिता का विरोध किया, तो बिहार की राजनीति पर इसका गहरा असर पड़ना तय है।

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By Editor