बिहार में Caste Census शुरू, जोश में Tejashwi, BJP का नो बॉल
बिहार में शनिवार को Caste Census शुरू हो गया। पहले दिन ही Tejashwi Yadav ने भाजपा पर किया जोरदार हमला। जवाब में BJP ने फेंकी नो बॉल।
कुमार अनिल
बिहार में जाति जनगणना शुरू हो गई। सुबह से नौकरशाही डॉट कॉम को फोन करके लोग पूछ रहे हैं कि जाति जनगणना का बिहार की राजनीति पर क्या असर होगा। फोन करनेवालों में दिल्ली के राजनीतिक विश्लेषक भी शामिल हैं। जाति जनगणना का संपूर्ण असर तो इसके पूरा होने और उसके अनुसार नीतीश-तेजस्वी सरकार की योजनाओं से पता चलेगा, लेकिन शुरुआती फायदा तो नीतीश-तेजस्वी को मिलना शुरू हो गया।
आज से सामाजिक व आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण जातिगत जनगणना का शुभारंभ हो रहा है!
— युवा राजद (@yuva_rajad) January 7, 2023
गौरतलब है कि जाति व्यवस्था थोपने वालों, स्वयं की जाति को दूसरों से श्रेष्ठ बताने वालों और जातिगत उत्पीड़न को सही ठहराने वालों को ही यह जानने से आपत्ति है किस जाति के लोग कितने और किस स्थिति में हैं! pic.twitter.com/iDWtoLmM5P
जाति जनगणना शुरू होते ही तमाम पिछड़ों में एक मनोवैज्ञानिक मैसेज चला गया कि अब राज्य के संसाधनों में उसका हिस्सा बढ़ने वाला है। सत्ता में उनकी हिस्सेदारी बढ़ने वाली है। पिछड़ों में ऐसा मैसेज जाने के कारण ही महागठबंधन में उत्साह साफ दिख रहा है। वहीं भाजपा के बड़े नेता सुशील कुमार मोदी ने शनिवार को पहली गेंद की नो बॉल फेंक दी।
#WATCH | Caste-based survey will start in Bihar from today. It will give us scientific data so that budget and social welfare schemes can be made accordingly. BJP is anti-poor. They don't want this to happen: Bihar Deputy CM Tejashwi Yadav pic.twitter.com/DjlQu9cSSF
— ANI (@ANI) January 7, 2023
तेजस्वी यादव भी जोश में दिखे। उन्होंने कहा-भाजपा एक दलित विरोधी, पिछड़ा विरोधी, गरीब विरोधी पार्टी है! समाज के अंतिम पायदान पर खड़े वंचित वर्गों के मुख्य धारा में आने से भाजपा को भारी डर है…। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जाति जनगणना से सटीक आंकड़े मिलेंगे। उसके अनुसार बिहार के विकास के लिए योजनाएं बनेंगी। माना जा रहा है कि जाति जनगणना से सबसे ज्यादा लाभ अतिपिछड़ों को होगा। बिहार में आरक्षण का प्रतिशत बढ़ सकता है। झारखंड ने तो 77 प्रतिशत आरक्षण का प्रस्ताव तैयार किया है।
राजद के साथ ही जदयू में भी उत्साह दिख रहा है। माना जा रहा है कि जाति जनगणना का बिहार की राजनीति पर गहरा असर पड़ने वाला है। भाजपा का सामाजिक आधार खुश नहीं है। उसके विरोध से राजद-जदयू का लाभ बढ़ेगा ही।
नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री पर लगाया गंभीर आरोप, बोले – राज्य में जातिय उन्माद फैलाने की कर रहे हैं कोशिश https://t.co/HpIFvoGhnc @VijayKrSinhaBih @BJP4Bihar @NitishKumar @Jduonline @laluprasadrjd @patna_RJD @IPRD_Bihar @officecmbihar
— News State Bihar Jharkhand (@NewsStateBihar) January 7, 2023
जाति जनगणना के पहले दिन भाजपा सांसद सुशील मोदी और विपक्ष के नेता विजय सिन्हा की हड़बड़ाहट झलक गई। विजय सिन्हा ने जाति जनगणना का विरोध करते हुए कहा कि नीतीश सरकार राज्य में जातीय हिंसा कराना चाहती है। वहीं भाजपा सांसद सुशील मोदी ने फिर से सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की। कहा कि सर्वदलीय बैठक में इसके तरीकों की जानकारी दी जाए। उन्होंने इसके परिणाम को सार्वजनिक करने की भी मांग की। मालूम हो कि सरकार पहले ही कह चुकी है कि जनगणना पूरी होने पर परिणाम सामने लाया जाएगा।
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