हरियाणा NDA में टूट हो गई है। अब बिहार में भी खींचतान चरम पर पहुंच गई है। लोजपा के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने दो टूक शब्दों में कह दिया है कि हाजीपुर सीट पर कोई समझौता नहीं होगा। उधर लोजपा (आर) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने दो दिन पहले वैशाली में रैली करके हाजीपुर सीट पर दावा ठोक दिया था। इसके बाद खबर आई कि भाजपा ने हाजीपुर सीट चिराग पासवान को दे दिया है और उनके चाचा पारस को समस्तीपुर सीट पर भेज दिया गया है। अब आज मंगलवार को नई खबर यह है कि पशुपति पारस ने कह दिया है कि वे हाजीपुर सीट से कहीं नहीं जा रहे हैं। इस सीट पर कोई समझौता नहीं होगा। आज की तारीख में वे हाजीपुर के सांसद हैं, जबकि चिराग पासवान जमुई के सांसद हैं।
हाल तक मजबूत दिख रहा एनडीए पिछले दो दिनों से संकट में है। हरियाणा में एनडीए में फूट पड़ गई है। वहां भाजपा के सहयोगी रहे दुष्यंत चौटाला तथा उनकी पार्टी जेजेपी ने भाजपा से नाता तोड़ लिया है। जेजेपी लोकसभा की दो सीटें मांग रही थी, जिस पर भाजपा तैयार नहीं हुई। अब जेजेपी ने कह दिया है कि वह राज्य की सभी 90 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी उतारेगा। इस बीच जेजेपी में भी फूट पड़ गई है और उसके पांच विधायक भाजपा के संपर्क में है।
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बिहार एनडीए में खींचतान सिर्फ लोजपा के दो गुटों में ही नहीं है और न ही सिर्फ हाजीपुर सीट को लेकर है। जदयू और भाजपा में भी लगातार खींचतान बढ़ती जा रही है। जदयू ने साफ कर दिया है कि वह 17 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगा। पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री जमा खान ने मीडिया से बात करते हुए साफ कह दिया कि 2019 में पार्टी को 17 सीटें मिली थीं, उससे कम पार्टी को स्वीकार नहीं है। इस बार भी 17 सीटें चाहिए।
इससे पहले खबर आ रही थी कि जदयू अपनी 17 सीटों में चार सीटें छोड़ने को तैयार हो गया है। उपेंद्र कुशवाहा, जीतनराम मांझी की पार्टी के लिए काराकाट और गया तथा सीमांचल की सीट छोड़ने को जदयू तैयार हो गया है, लेकिन अब पूर्व मंत्री जमा खान ने उन चर्चाओं पर विराम लगा दिया है। 17 सीटों पर दावा ठोंक दिया है। इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी विदेश दौरे से वापस आ गए हैं। माना जा रहा है कि अब सीटों के तालमेल पर फिर से बात होगी।