भाजपा ही नहीं, नफरती टीवी चैनलों से भी ‘इंडिया’ को लड़ना होगा
ट्रेन में चुन-चुन कर खास समुदाय के लोगों की हत्या, हरियाणा में दंगा के बाद साफ हो गया है कि नफरती चैनल देश में आग लगाने का माध्यम बन गए हैं।
अब तक भाजपा नेता और उसके सहयोगी संगठन खुलेआम नफरती बयान देते रहे हैं। नफरती गोदी मीडिया एक कदम आगे बढ़कर नफरत फैलाता रहा हैै। लेकिन अब अति हो गई है। अब खुलेआम ये चैनल और इनके एंकर सबक सिखाने, हिंसा के लिए भड़काने का काम कर रहे हैं। एक चैनल का एंकर परमानेंट इलाज की बात कर रहा है। यह सीधे-सीधे देश में आग लगाने की कोशिश नहीं तो क्या है? विपक्षी गठबंधन इंडिया ने भाजपा के खिलाफ संघर्ष छेड़ रखा है। अब समय आ गया है कि वह गोदी नफरती मीडिया का पूरी तरह बहिष्कार करे।
कल राहुल गांधी ने ट्विट किया-भाजपा, मीडिया और उनके साथ खड़ी ताक़तों ने पूरे देश में नफ़रत का केरोसिन फैला दिया है। उन्होंने शायद पहली बार भाजपा के साथ मीडिया पर भी देश में नफरत फैलाने का इस तरह खुल कर आरोप लगाया। इसके बाद तो देश भर से आवाज उठने लगी कि इंडिया गठबंधन में शामिल सभी दल नफरती गोदी मीडिया की पूरी तरह बहिष्कार करें।
राहुल गांधी के बोलने के बाद आप के मुखर सांसद संजय सिंह ने कहा-हाथ जोड़कर विनती है। नफ़रती TV प्रोग्राम देखना बंद कर दीजिए, वर्ना किसी दिन किसी विषय पर अलग राय रखने के कारण आपके परिवार का सदस्य आपके साथ ऐसी घटना को अंजाम दे सकता है। आपको क्या पता नफरत बेचने वालों ने किसके दिमाग़ में नफ़रत का पिशाच पैदा कर दिया है?
वरिष्ठ पत्रकार प्रशांत टंडन ने कहा-नफ़रत फैलाने वाले न्यूज़ चैनलों के खिलाफ़ अब अगर देशव्यापी अभियान न छेड़ा गया तो एक नहीं RPF के जवान चेतन सिंह जैसे न जाने कितने ही पैदा होंगे। इन न्यूज़ चैनलों के मालिकों और एंकर्स का सामाजिक बहिष्कार होना चाहिए। देश के लिये खतरा बन गए हैं ये लोग।
नफरती टीवी चैनलों का हाल यह है कि जिस आरपीएफ जवान ने चुन-चुन कर खास समुदाय के लोगों की चलती ट्रेन में हत्या की, उसे ये मानसिक रूप से बीमार बताने में लग गए हैं अगर वही जवान मुस्लिम होता, तो ये बिना किसी तथ्य के उसे पाकिस्तानी एजेंट, आतंकवादी कुछ भी कह देते।
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