भाजपा ने कल से ही मोदी का परिवार कैंपेन शुरू किया है। सारे भाजपा नेता और एनडीए के नेता खुद को मोदी का परिवार घोषित कर रहे हैं। अपने सोशल मीडिया बायो में बदलाव कर रहे हैं। लेकिन इस अभियान में एनडीए दो फाड़ हो गया है। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने खुद को मोदी का परिवार बया है। उन्होंने लिखा-मोदी जी मेरे भाई हैं। वहीं मोदी का परिवार अभियान से लोजपा सांसद चिराग पासवान दूर ही हैं। न तो उन्होंने अपने ट्विटर बायो में मोदी का परिवार लिखा है न ही उन्होंने इस संबंध में कोई ट्वीट किया है। उपेंद्र कुशवाहा ने भी अपने ट्विटर बायो में मोदी का परिवार नहीं लिखा है और नही उन्होंने खुद को मोदी का परिवार बताते हुए कोई ट्वीट किया है।
उधर चिराग पासवान के चाचा और लोजपा के दूसरे खेमे के नेता और केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने अपने ट्विटर बायो में बदलाव करते हुए खुद को मोदी का परिवार लिख दिया है।
दरअसल 3 मार्च को पटना के गांधी मैदान में इंडिया गठबंधन की जन विश्वास रैली में राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने प्रधानमंत्री मोदी पर हमला बोलते हुए कहा था कि मोदी जी हिंदू नहीं हैं। हिंदू अपनी मां के निधन पर सिर मुड़वाता है, लेकिन मोदी जी ने ऐसा नहीं किया। उन्होंने आगे कहा था कि मोदी जी का कोई परिवार नहीं है। इसीलिए वे जनता का दर्द नहीं समझते। इसके बाद भाजपा ने देशव्यापी अभियान शुरू किया-मोदी का परिवार।
इंडिया गठबंधन की जनविश्वास रैली पर भाजपा और जदयू ने तंज कसे। रैली को फेल बताया, लेकिन चिराग पासवान और उपेंद्र कुशवाहा ने इंडिया गठबंधन की रैली पर कोई टिप्पणी नहीं की।