बिहार एनडीए में सीटों के बंटवारे से पहले घमासान जारी है। दो दिन पहले चिराग पासवान ने आरा में नव संकल्प सभा करके बिहार का नेतृत्व करने की दावेदारी की, तो आज एनडीए के दूसरे नेता जीतन राम मांझी ने चिराग पासवान की पोल ही खोल कर रख दी।

केंद्रीय मंत्री और हम (से) के संरक्षक जीतन राम मांझी ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा चिराग पासवान के साथ बीस गाड़ियां चलती हैं। इनमें दस गाड़ियों में नारा लगाने वाले लोग चलते हैं। इनमें से पांच गाड़ियां आगे जाकर रुकती हैं और उसमें सवार लोग एक स्थान पर नारे लगाते हैं, स्वागत करते हैं, तबतक पीछे चल रही अन्य पांच गाड़ियों के लोग आग चले जाते हैं। फिर वे दूसरे स्थन पर चिराग के काफिले को रोक कर नारे लगाते हैं। मांझी ने कहा कि हम ऐसा नहीं करते।

मांझी ने कहा कि उनके साथ सचमुच में जनता है। उन्होंने गया, जहानाबाद, पूर्णिया आदि जिलों में बड़ी रैली करके ताकत दिखा दी है। चिराग पासवान पर मांझी के बिफरने की वजह बिहार एनडीए में सीटों को लेकर घमासान है। इसके लिए सभी दल दबाव बनाने में जुटे हैं।

चिराग पासवान ने जिस प्रकार खुद को मुख्यमंत्री के दावेदार के रूप में पेश किया है, उससे भी जीतन राम मांझी नाराज हैं। जनता दल यू तथा लोजपा में पहले से खटास जारी है। आरा रैली के बाद दूरी और भी ज्यादा बढ़ी है।

इधर तेजस्वी यादव ने कहा कि बड़े भाई नाटक बंद करें। बिहार में राजनीति करना चाहते हैं, तो केंद्रीय मंत्री पद छोड़ कर राजनीति करें। केंद्र में मंत्री भी रहेंगे और बिहार की राजनीति भी करना चाहते हैं, यह दो नाव की सवारी है। लोग सवाल कर रहे हैं कि क्या एस बार फिर चिराग पासवान जदयू और नीतीश कुमार का खेल बिगाड़ने का काम करेंगे।

 

By Editor