ऑपरेशन सिंदूर के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का डेढ़ महीने में तीसरा बिहार दौरा होने जा रहा है। वे 20 जून को सीवान में जनसभा को संबोधित करेंगे। उनसे पहले आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत मंगलवार, 10 जून को बिहार आ रहे हैं। वे पटना में चल रहे प्रशिक्षण का निरीक्षण करेंगे और कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी और भागवत के बिहार दौरे को बिहार विधानसभा चुनाव से जोड़ कर देखा जा रहा है। भाजपा और संघ ने किसी भी सूरत में बिहार में जीत के लिए पूरा जोर लगा दिया है।

प्रधानमंत्री मोदी के सीवान दौरे को लेकर आज फिर सारण प्रमंडल के एनडीए कार्यकर्ताओं की बैठक हुई। बैठक में जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, मंत्री मंगल पांडेय सहित एनडीए के कई नेता मौजूद थे।

भाजपा का पूरा जोर ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर है। कोशिश यह है कि बिहार का चुनाव इसी मुद्दे के इर्द-गिर्द हो। पहले की दो सभाओं में प्रधानमंत्री इसी मुद्दे पर बोलते रहे हैं। संघ की कोशिश भी यही है कि राष्ट्रवाद पर चुनाव हो जाए।

इधर विपक्ष का कहना है कि बिहार में 20 वर्षों से नीतीश कुमार मुख्यमंत्री हैं। अब उनके पास बिहार की जनता को देने के लिए कोई नया कार्यक्रम नहीं है। इसीलिए प्रधानमंत्री मोदी तथा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनता के जरूरी मुद्दों पर बैत करने को तैयार नहीं हैं।

राजद, कांग्रेस तथा वाम दलों की कोशिश है कि रोजगार, पलायन, शिक्षा के साथ ही 65 प्रतिशत आरक्षण को चुनावी मुद्दा बनाया जाए।

 

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