कांग्रेस नेता सलमान खुर्सीद की किताब पर बैन लगेगा : मंत्री
मध्यप्रदेश के मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद की किताब पर बैन लगाने पर विचार किया जा रहा है। हिंदुत्व और हिंदुइज्म पर छिड़ी बहस।
बुधवार को कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद की पुस्तक प्रकाशित हुई और शुक्रवार को विवाद हो गया। मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने आज कहा कि खुर्शीद की पुस्तक पर प्रतिबंध लगाने पर विचार हो रहा है। पुस्तक अंग्रेजी में है, जिसका नाम है-Sunrise Over Ayodhya: Nationhood in Our Times। पुस्तक में खुर्शीद ने हिंदुत्व की तुलना जेहादी संगठनों से की है। भाजपा ने इसे हिंदुओं का अपमान बताया है। इसी के साथ हिंदुत्व और हिंदुइज्म पर बहस छिड़ गई है।
लेखक अशोक कुमार पांडेय ने ट्वीट किया-फिर से कह रहा हूँ। सावरकर ने ख़ुद कहा था कि Hindutva अलग चीज़ है और Hinduism अलग। हिंदुत्व कोई धार्मिक नहीं पोलिटिकल विचारधारा है। उसका विरोध हिंदू धर्म का विरोध नहीं। देखिए, समझिए। ये हैं लिंक-Hindutva Vs Hinduism। Ashok Kumar Pandey https://youtu.be/5_A-NHwbDO4 via @YouTube
टीवी एंकर रुबिया लियाकत ने अपना वीडियो शेयर करते हुए लिखा-हिंदुत्व से कांग्रेस की एलर्जी की वजह समझिए। जवाब में अशोक पांडेय ने लिखा-सुश्री @RubikaLiyaquat हिंदुत्व के सिद्धांत के तहत सावरकर सिस्टर निवेदिता को भी भारतीय नहीं मानते थे क्योंकि उनके लिए भारतीय का मतलब हिंदू होना था। पुण्यभूमि तो आपकी भी भारत के बाहर है तो न आप उस हिसाब से हिंदू हुईं न भारतीय। पढ़ लीजिए, एलर्जी आपको भी हो जाएगी। इतिहास के जानकार सुमेश मौर्य ने लिखा-हिंदुत्व एक राजनैतिक विचारधारा है ना कि कोई धर्म|हिंदुत्व को हिंदू धर्म से जोड़ना सही नहीं है| सावरकर के अनुसार जिनकी पितृभूमि और पुण्यभूमि भारत नहीं है वह हिंदू नहीं है अर्थात् सावरकर की यह थ्योरी भारत की बहुलवादी संस्कृति और भारत की एकता के विरूद्ध है।
लेखक और प्राध्यापक पुरुषोत्तम अग्रवाल ने हिंदुत्व और हिंदुइज्म का फर्क बताते हुए सावरकर की पुस्तक का वह अंश भी शेयर किया है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी पीछे नहीं रहे। उन्होंने कहा कि क्या हिंदुइज्म का अर्थ सिख या मुस्लिम को पीटना है? निश्चित रूप से यह हिंदुत्व है। उनका एक वीडियो भी जारी किया गया है, जिसमें वे हिंदुत्व और हिंदुइज्म के फर्क पर अपनी बात कह रहे हैं।
"Our ideology has been overshadowed because we've not propagated it among our own people aggressively,"
— Youth Congress (@IYC) November 12, 2021
Shri @RahulGandhi pic.twitter.com/fdA2GgpQyY
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