कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा किए गए घोषणा के बाद केंद्र सरकार से लेकर बिहार की नीतीश सरकार तक बैकफुट पर चली आयी।
बिहार प्रदेश युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ललन कुमार व कांग्रेस के पूर्व विधायक नरेंद्नेर कुमार ने कहा है कि केंद्र सरकार पहले तो लॉक डाउन में फंसे गरीब मजदूरों तथा छात्रों से प्रदेश वापस आने के लिए चलाई जा रही विशेष ट्रेनों का किराया वसूल रही थी।मगर कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के इस ऐलान के बाद कि,मजदूरों तथा छात्रों का पूरा किराया कांग्रेस पार्टी वहन करेगी,केंद्र सरकार की तंद्रा भंग हुई।
अब पलटी मारते हुए केंद्र सरकार तथा रेल मंत्रालय किराया में सब्सिडी वाली नई शिगूफा छेड़ रहे है। कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी की घोषणा से देश की सियासत डोल गई।जिससे डर कर भाजपा ने पलटी मार ली।
केंद्र की तरह ही बिहार की नीतीश सरकार भी विपक्ष के दबाव में आने के बाद ही मजदूरों के किराया वाली समस्या के संबंध में सकारात्मक रुख अपनाने पर मजबूर हुई।
कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने कहा कि कल तक बिहार सरकार रेलवे के निर्देश के द्वारा किराया वसूल होने की बात कर रही थी।जैसे ही विपक्ष का दबाव पड़ा आज अचानक किराया समेत सरकार की ओर से 500 रुपया प्रति यात्री देने की घोषणा कर रही है।
उन्होंने इसे राज्य में विपक्ष की जीत बताया।प्कांग्रेस के समेत पूरे विपक्ष के दबाव के कारण आज नीतीश सरकार को जनहित के मुद्दे पर बैकफुट पर आना पड़ा।उन्होंने कहा कि बिहार सरकार की यह आदत बन चुकी है कि जब तक विपक्ष दबाव नहीं बनाता तब तक सरकार कुंभकर्णी निद्रा में सोयी रहती है।