जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है राजद अध्यक्ष लालू यादव के खिलाफ भाजपा की भाषा उग्र होती जा रही है। बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि बिहार में अपराध और शराबखोरी के लिए लालू यादव के संस्कार जिम्मेदार हैं। उनके संस्कार के कारण ही राज्य में अपराध के राक्षस जन्म लेते हैं। भाजपा के इस बयान के बाद राजनीति गरमा गई। राजद ने पलटवार करते हुए कहा कि 20 साल से भाजपा-नीतीश कुमार की सरकार है, लेकिन वे अपराध को समाप्त नहीं कर सके। सरकार पूरी तरह फेल हो गई है। कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। इसीलिए ध्यान भटकाने के लिए ऐसे बयान दिए जा रहे हैं।

दरअसल भाजपा की इस उग्र भाषा के पीछे सोची-समझी रणनीति है। भाजपा नहीं चाहती कि तेजस्वी यादव के एजेंडे पर चुनाव हो। तेजस्वी यादव राज्य में 65 प्रतिशत आरक्षण को लागू करने के लिए पारित बिल को संविधान की 9 वीं अनुसूची में डालने की मांग कर रहे हैं। उनकी माई-बहिन योजना की भी चर्चा है। अगर आरक्षण सहित जनता के मुद्दों पर चुनाव हुआ, तो भाजपा फंस जाएगी। इसीलिए वह जानबूझ कर लालू यादव को निशाने पर लेती है, ताकि राजद इसी में उलझा रहे।

इधर राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज कुमार झा ने कहा कि बिहार में 65 प्रतिशत आरक्षण में 16 प्रतिशत हकमारी और अधिकार में की गई कटौती पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखा। लेकिन मुख्यमंत्री सचिवालय ने पत्र मिलने की सूचना तक नहीं दी, जबकि यह नियम है। तेजस्वी यादव का पत्र मुख्यमंत्री को मिला या नहीं, यह भी नहीं बताया जा रहा है। इससे स्पष्ट है कि राज्य सरकार जनहित के मुद्दों तथा आरक्षण की उपेक्षा कर रही है। कहा कि राजद इसे चुनाव में मुद्दा बनाएगा।

 

By Editor