प्रो. अली खान महमूदाबाद के एक फेसबुक पोस्ट पर उनकी गिरफ्तारी के बाद अब फैज का प्रसिद्ध गीत हम देखेंगे गाने पर देशद्रोह का मुकदमा हो गया है। मामला नागपुर का है, जहां पिछले हफ्ते समता कला मंच के कलाकारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। समता कला मंच आंबेकरवादी कलाकारों का मंच है। इन कलाकारों ने वीरा साथीदार की याद में आयोजित एक कार्यक्रम में फैज का गीत गाया। याद रहे फैज का यह गीत हम देखेंगे प्रतिरोध की आवाज के रूप गाया जाता रहा है। फैज को पाकिस्तान में कैद कर लिया गया था।
फैज का हम देखेंगे गीत हर प्रतिरोध के कार्यक्रम में गाया जाता है। इस गीत को गाने पर देशद्रोह का मुकदमा होने पर देशभर के कई संगठनों, प्रबुद्ध लोगों ने विरोध जताया है। भाकपा माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कलाकारों को गिरफ्तार करने का विरोध किया। कहा कि जिस फैज को पाकिस्तान में कैद किया गया, क्या उनके गीत गाने पर भारत में कैद होगी।
द वायर की एक खबर के अनुसार समता मंच के कलाकारों पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 152 के तहत मामला दर्ज किया गया है। धारा 196 ( समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना( भी लगाया गया है।
मालूम हो कि साथीदार एकप्रगतिशील लेखक, अभिनेता तथा पत्रकार थे। उन्हीं की याद में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था। पिछले 13 मई को विदर्भ साहित्य मंच के इस कार्यक्रम में डेढ़ सौ से ज्यादा लोग शामिल थे।
कई संगठनों ने कहा है कि सरकार आलोचना करने वालों पर मुकदमा कर रही है। अब तो गीत से भी सरकार डरने लगी है। विभिन्न संगठनों ने आंबेडकरवादी कलाकारों पर से मुकदमा वापस लेने की मांग की है। कई प्रबुद्ध लोगों ने सोशल मीडिया में भाजपा सरकार को मानवाधिकार विरोधी करारा दिया है।