उप्र में फर्जी दूल्हे से नकली दुल्हन की शादी
उप्र में फर्जी दूल्हे से नकली दुल्हन की शादी। बलिया में 468 जोड़ों की शादी के नाम पर भ्रष्टाचार। अखिलेश बोले लड़कियों का जीवन बर्बाद हो सकता है।
उत्तर प्रदेश के योगी राज में भ्रष्टाचार का अनोखा उदाहरण सामने आया है। सामूहिक विवाह में फर्जी दूल्हे खड़े किए गए। बिना दूल्हे के भी दुल्हन थी। बलिया में 28 जनवरी को 468 जोड़ों का सामूहिक विवाह आयोजित किया गया था। इसमें फर्जी दूल्हे और नकली दुल्हन का मामला सामने आया। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत 35 हजार रुपए नकद दिए जाते हैं। शादी के जोड़े को 10 हजार रुपए का गिफ्ट दिया जाता है। साथ ही हर जोड़े पर सरकार छह हजार रुपए आयोजन में खर्च करती है। स्पष्ट है यह भ्रष्टाचार का नया नमूना है। इससे संबंधित कई वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हैं। एक वीडियो में एक युवक कह रहा है कि उसे फर्जी दूल्हा बनने पर तीन हजार रुपए देने का भरोसा दिया गया था।
उप्र के बलिया में ‘मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना’ के तहत भाजपाई भ्रष्टाचार की अजीब धांधली सामने आई है, जहाँ पैसे का लालच देकर युवाओं को झूठ-मूठ का दूल्हा बनाया गया। ये प्रदेश की लड़कियों के साथ धोखा है और भावनाओं के साथ खिलवाड़ भी। इसकी गंभीरता से जाँच की जाए क्योंकि ऐसे… pic.twitter.com/Xab2kZl71f
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 31, 2024
ऐसे ही एक वीडियो को शेयर करते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा उप्र के बलिया में ‘मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना’ के तहत भाजपाई भ्रष्टाचार की अजीब धांधली सामने आई है, जहाँ पैसे का लालच देकर युवाओं को झूठ-मूठ का दूल्हा बनाया गया। ये प्रदेश की लड़कियों के साथ धोखा है और भावनाओं के साथ खिलवाड़ भी। इसकी गंभीरता से जाँच की जाए क्योंकि ऐसे फर्जीवाड़े के पीछे युवा नारियों का पूरा जीवन दाँव पर लग सकता है। भाजपा की हर योजना भ्रष्टाचार करने के लिए ही बनती है। अखिलेश यादव ने जो वीडियो शेयर किया है उसमें फर्जी दूल्हा कह रहा है कि ‘हम तो सामूहिक विवाह देखने गए थे। वहां हमको 2-3 हजार रुपए का लालच देकर दूल्हा बनाकर बैठा दिया। हमने खुद अपने गले में माला डलवाई और फोटो खिंचाया।’
पत्रकार सचिन गुप्ता ने लिखा-UP के जिला बलिया में बिना दूल्हों वाली शादी – मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना से 25 जनवरी को 568 जोड़ों की शादी हुई। बड़ी संख्या में दूल्हे के बिना ही दुल्हनों को माला पहना दी गई। कइयों की शादी कई साल पहले हो चुकी थी। कई आपस में भाई-बहन थे। ये सब हुआ सिर्फ कपल्स बनकर फोटो खिंचाने और सरकारी पैसे का बंटाधार करने के लिए। ADO सहित 9 लोगों पर FIR हुई, जांच कमेटी बनाई गई। इस योजना में गरीब कन्या की शादी पर योगी सरकार 51 हजार रुपए देती है।
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