गांधी की विरासत बचाने नंगे पांव पदयात्रा पर निकलीं महिलाएं
गांधी की विरासत बचाने नंगे पांव पदयात्रा पर निकलीं महिलाएं। 1947 में दंगा रोकने जिन गांवों में गए गांधी उन गांवों में चल रही पदयात्रा।
गांधी जी के पदयात्रा रूट पर चलते हुए भाकपा माले द्वारा आयोजित संविधान बचाओ लोकतंत्र बचाओ पदयात्रा अभियान के तहत 29 गांव का दौरा किया गया एवं सद्भावना सभाएं की गई ,जिसके माध्यम से वक्ताओं ने नफरत विभाजन की राजनीति के खिलाफ गांधी की विरासत बढ़ाने का संकल्प लिया। पदयात्रा में गांव के गरीब और कमजोर वर्ग के लोग बड़ी संख्या में शामिल थे। पदयात्री गांधी की विरासत बचाने के लिए गीत भी गा रहे थे।
केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा देश में स्थापित लोकतंत्र और संविधान पर किए जा रहे हमलों की चर्चा करते हुए वक्ताओं ने जनता से आह्वान किया कि भाजपा को हटाए बगैर संविधान और लोकतंत्र की रक्षा संभव नहीं।
पद यात्रा में चल रही जन संस्कृति मंच की गायन टीम द्वारा
गांधीबाबा के बचनवा
भगत सिंह के सपना
पुरावे परतों।
खतरा में हई संविधानमा बचावे परतों
जन गीत गा गा कर ग्रामीण समुदाय को जागरूक बनाया।
आज की पदयात्रा मोदनगंज प्रखंड के शाइस्ता बाद, लक्षण बीघा ,उमराही बीघा ,मणि बीघा धमापुर,,नीरपुर, करहरा, मोहम्मदपुर, नौसहारा ,ढहरपुर, अहिआसा बेलई गोढसर, श्रीपुर ,बलराम सराय ,घोसी बाजार , अमथुआ,अब्दाल चक्र, एवं काजी सराय बाजार में जनसभाएं कर आम जनता से भाजपा की नफरत और विभाजन की राजनीति के खिलाफ जागरूक और एकजुट होने का आह्वान किया गया।
आज की पदयात्रा का नेतृत्व माले के जिला सचिन डॉ राम आधार सिंह ए ,आई पी एफ के प्रदेश संयोजक डॉक्टर कमलेश शर्मा वरिष्ठशिक्षाविद एवं इंसाफ मंच के गालिब, पटना विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉक्टर शोभन चक्रवर्ती, जन संस्कृति मंच के उपाध्यक्ष अनिल अंशुमन व प्रमोद यादव, अनु गूंज संस्कृति टीम के बलिंदर एवं माले नेता प्रदीप कुमार ,अविनाश पासवान, वितन मांझी, आरिफमौसमी, जगदीश पासवान ,अरुण बंद किसान महासभा के जिला सचिव सोखिन यादव अभय पासवान आदि ने किया।
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