हेमंत, तेजस्वी ने Stan Swamy की मौत पर राष्ट्रपति को लिखा पत्र
कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, बिहार में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव सहित 10 नेताओं ने Stan Swamy की मौत पर राष्ट्रपति को लिखा पत्र।
झारखंड में आदिवासियों के हक-अधिकार के लिए दशकों से लड़ रहे स्टेन स्वामी की कस्टडी में मौत पर आज देश के प्रमुख दस दलों के नेताओं ने राष्ट्रपति को पत्र लिखा। पत्र में नेताओं ने राष्ट्रपति से अविलंब हस्तक्षेप की मांग करते हुए स्टेन स्वामी पर झूठे मुकदमे लादने, उन्हें लगातार जेल में रखने और उनके साथ अमानवीय व्यवहार के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई के लिए सरकार को निर्देश देने की अपील की।
पत्र में नेताओं ने लिखा है कि फादर स्टेन स्वामी झारखंड के दूर-दराज इलाके के आदिवासियों के अधिकारों, उनकी समस्याओं के लिए आवाज उठाते रहे। पिछले साल उन्हें कठोर काले कानून UAPA के तहत जेल में बंद कर दिया गया। 84 वर्ष के स्टेन स्वामी को पार्किंसन सहित कई तरह की बीमारियां थीं। उन्हें पानी पीने के लिए सीपर तक नहीं दिया गया। इसके लिए भी देशभर से लोगों ने आवाज उठाई।
स्टेन स्वामी को कोविड को देखते हुए क्षमता से कहीं बहुत अधिक कैदियों वाले तलोजा जेल से दूसरी जगह भेजने की अपील भी अनसुनी कर दी गई। उनकी जमानत अर्जी भी खारिज कर दी गई। उन्हें कोविड हुआ। जब उनकी हालत खराब होने लगी, तब बांबे हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद उन्हें निजी अस्पताल में लाया गया। लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।
नेताओं ने अंत में राष्ट्रपति से अपील की है कि भीमा कोरेगांव मामले में राजनीतिक विद्वेष से फंसाए गए, काले कानून यूएपीए का गलत इस्तेमाल करके जेल में बंद सभी को रिहा किया जाए।
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हस्ताक्षर करनेवालों में कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, बिहार में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव, एनसीपी के शरद पवार, प. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्तालिन, जेडीएस के एचडी देवदौड़ा, जेकेपीए के फारुख अब्दुल्ला, सीपीएम के सीताराम येचुरी और सीपीआई के डी राजा शामिल हैं।
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