वरिष्ठ पत्रकार व लेखक दिलीप मंडल ने अपनी किताब मीडिया का अंडरवर्ल्ड को इंडियन इंस्टिच्युट ऑफ मास कम्युनिकेशन के पाठ्यक्रम से हटाये जाने पर सूचना एंव प्रसारण मंत्रालय पर तंज करते हुए कहा है कि ऐसा करने से उनकी किताब की मांग बढ़ा दी गयी है. उन्होंने कहा कि मंत्रालय के अफसर मर भी जायेंगे तो उनकी किताब जिंदा रहेगी.
दिलीप मंडल ने कहा कि IIMC वाले इतने ‘महान’ हैं कि उन्हें नहीं मालूम कि सिलेबस से मेरी किताब हटाने की वजह से उन्होंने मेरी किताब की तीन-चार हजार कॉपी और बिकने का इंतजाम कर दिया है.
आपने सोचा था कि जला देने से मिट जाएगा. लेकिन वह तो राख झाड़कर खड़ा हो जाएगा. कैंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री और IIMC के अफसर लोग जब मर जाएंगे, तब भी मेरी किताब जिंदा रहेगी.
मंडल ने कहा कि किताब की पब्लिसिटी करने के लिए भारत सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्रालय और इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन का आभार.