IPS ने कहा-CM के पिता को स्वतंत्रता सेनानी का दर्जा देना घोटाला
पूर्व IPS अधिकारी ने CM के पिता को स्वतंत्रता सेनानी का दर्जा देने को सरासर घोटाला कहा। राज्यपाल को लिखा पत्र। कहा, सीएम के पिता का कोई योगदान नहीं।
बिहार के पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास ने बिहार सरकार के कैबिनेट के उस फैसले पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया, जिसमें कैबिनेट ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पिता को स्वतंत्रता सेनानी का दर्जा देने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री के पिता स्व. कविराज राम लखन सिंह के लिए राजकीय समारोह करने का भी फैसला लिया गया है। पूर्व आईपीएस ने इसे स्वतंत्रता सेनानी घोटाला करार देते हुए राज्य के राज्यपाल को पत्र लिखा है।
पूर्व आईपीएस अमिताभ कुमार दास ने बिहार के राज्यपाल फागु चौहान को लिखे पत्र में कहा है कि बिहार कैबिनेट ने राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पिता स्व कविराज रामलखन सिंह को स्वतंत्रता सेनानी का दर्जा देते हुए 17 जनवरी, 2022 को उनकी प्रतिमा पर राजकीय समारोह करने का फैसला किया है।
दास ने अपने पत्र में लिखा है कि वे इतिहास के छात्र हैं। बरसों से आजादी की लड़ाई में कविराज रामलखन सिंह के योगदान को ढूंढ़ रहे हैं, लेकिन कोई योगदान नहीं मिला। गूगल ने भी इस मामले में कोई मदद नहीं की। पत्र में उन्होंने आगे लिखा है कि उन्हें स्वतंत्रता सेनानी घोटाले की बू आ रही है। ऐसा लगता है कि मुख्यमंत्री के पिता को जबरदस्ती स्वतंत्रता सेनानी घोषित किया जा रहा है।
पूर्व आईपीएस ने राज्यपाल को लिखे पत्र में अंत में आग्रह किया है कि राज्यपाल इस संबंध में जानकारी मांगे कि कब, कहां और किस आंदोलन में मुख्यमंत्री के पिता शामिल थे। पूर्व आईपीएस के सवाल उठाने के बाद अब मामला गरमाना तय है। या तो बिहार सरकार मुख्यमंत्री के पिता का आजादी के आंदोलन में योगदान को जनता के सामने लाए या स्वीकार करे कि यह घोटा है। अब देखना है कि राज्यपाल इस संबंध में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कब विवरण मांगते हैं।
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