जमालपुर में राजद ने पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह को किया याद
जमालपुर में राजद बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ ने पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह को याद करते हुए उन्हें मंडल मसीहा कहा। वीपी और लालू प्रसाद के संबंधों पर भी चर्चा।
आज जिला राष्ट्रीय जनता दल बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के द्वारा जमालपुर के दौलतपुर में मंडल मसीहा पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय वीपी सिंह जी की जयंती मनाई गई। स्वर्गीय वीपी सिंह जी की जयंती मनाते हुए बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष राजेश रमन राजू जी ने कहा मंडल मसीहा भारत के आठवें प्रधानमंत्री स्वर्गीय वीपी सिंह जी ने पिछड़ों के लिए 1990 में आरक्षण की घोषणा की थी। उनका जन्म 25 जून, 1931 को हुआ था।
राजीव गांधी सरकार के पतन बाद प्रधानमंत्री बने विश्वनाथ प्रसाद सिंह ने आम चुनाव के माध्यम से 2 दिसंबर 1989 को या पद प्राप्त किया था। राजीव गांधी की सरकार में उनको मंत्री बनने का मौका मिला। उस समय बोफोर्स कांड की चर्चा बहुत जोरों से गर्म थी। उन्होंने मंत्री पद को ठुकरा दिया और राजीव गांधी को चुनौती देने वाले उस समय के वह भारत में एकमात्र नेता बने। 1956 में राजनीति में आने के साथ ही अपनी सारी जमीन को दान दे दिए।
1990 में जब एलके आडवाणी ने रथ यात्रा निकालकर पूरे देश में भ्रमण करने का काम किया तो उन्होंने बिहार के उस समय के मुख्यमंत्री लालू यादव से बात की और लालू प्रसाद ने उस रथ को बिहार में रोकने का काम किया। उन्होंने यह भी कहा कि वीपी सिंह का साथ देने में हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव हमेशा उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे। पिछड़ों के हित में लालू प्रसाद भी उनके साथ योगदान देने में सबसे ज्यादा अग्रणी रहे। युवा नेता बमबम यादव ने कहा कि बोफोर्स तोप दलाली के मुद्दे पर मंत्री पद को लात मार वीपी सिंह भारतीय राजनीति के पटल पर क्लीन मैन की इमेज के साथ अवतरित हुए थे। इस अवसर पर बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के महासचिव राकेश चौधरी, मंतोष कुमार, युवा नगर के निर्मल कुमार सोचता, विक्की मंडल, छोटू कुमार, विकास कुमार और भी कार्यकर्ता मौजूद थे।
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