जदयू-भाजपा में घमासान, दिल्ली लौटे भूपेंद्र और फडणवीस

शाहबाज़ की विशेष रिपोर्ट

एनडीए गठबंधन में जदयू-भाजपा के बीच सीट बटवारे पर बातचीत टूट गयी है. भाजपा के दोनों बिहार प्रभारी देवेंद्र फडणवीस और भूपेंद्र यादव खाली हाथ वापस दिल्ली लौट गये हैं.

बता दें कि बिहार चुनाव के पहले चरण में 16 ज़िलों के 71 विधान सभा सीटों के लिए नामांकन शुरू हो चूका है. महागठबंधन में भी सीट शेयरिंग को लेकर सहमति बन चुकी है. वही एनडीए (National Democratic Alliance) में जदयू-भाजपा (JDU-BJP) के बीच सीट बटवारे को लेकर विवाद चरम पर है.

एनडीए गठबंधन में भाजपा-जदयू के बीच सीटों के बटवारे को लेकर सहमति नहीं बन पाने के कारण भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने दोनों नेताओं को दिल्ली तलब किया है, जिसके बाद दोनों बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव (Bhupender Yadav) और देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) पटना से दिल्ली के लिए रवाना हो गए है. बैठक के दौरान सीट बंटवारे पर दोनों पार्टियों के बीच गतिरोध कायम रहा और अकेले चुनाव लड़ लेने की बात तक हो गयी थी. लेकिन सहमति नहीं बन पाने के कारण बातचीत टूट गयी।

एनडीए गठबंधन में आपसी अविश्वास बढ़ता जा रहा है. भारतीय जनता पार्टी (BJP) लोकसभा चुनाव की तर्ज पर सीटों के बंटवारे की बात कह रही है. 2019 लोकसभा चुनाव में जदयू-भाजपा दोनों ने 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ा था. भाजपा दोनों दलों के लिए बराबर सीटें चाहती है वही जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार हर हाल में बड़े भाई की भूमिका चाहते हैं. इसका मतलब यह हुआ कि उन्हें बीजेपी से ज्यादा सीटें चाहिये. उधर लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) अध्यक्ष चिराग पासवान (Chirag Paswan) को उनकी पार्टी की तरफ से CM पद का चेहरा बताया जा रहा है जिससे लोजपा के भी एनडीए से रिश्ता ख़त्म करने की सम्भावना बढ़ गयी है.

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एलजेपी ने 3 अक्टूबर को पार्टी के केंद्रीय संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई है। सूत्रों के अनुसार इस बैठक में एनडीए के साथ सीट शेयरिंग को लेकर चल रही खींचतान के बीच चिराग पासवान कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं।

एनडीए गठबंधन में मामला कई सीटों पर दावेदारी को लेकर भी उलझ गया है. दरअसल यह गतिरोध जदयू-भाजपा के बीच है. जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने बीजेपी की कई परंपरागत सीटों पर दावा ठोंक दिया है. 2015 चुनाव में राजद, कांग्रेस और जदयू ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था. इसके बाद हाल ही में जदयू ने राजद के 7 विधायकों को जदयू में शामिल करा लिया। जिन सीटों से यह विधायक जीते थे उन सीटों पर भाजपा दुसरे नंबर पर रही है. अब बीजेपी कह रही है की वो अपने परंपरागत सीट को किसी हालत में नहीं छोड़ेगी.

जेडीयू और बीजेपी में हुई बातचीत में ये तमाम विवाद नहीं सुलझ पाये. लिहाजा बातचीत रूक गयी है. बीजेपी ने बिहार के चुनाव प्रभारी देवेंद्र फडणवीस और संगठन प्रभारी भूपेंद्र यादव को जेडीयू से बातचीत फाइनल करने भेजा था लेकिन बीच में ही दोनों को वापस बुला लिया गया.

लोजपा भी नीतीश कुमार पर लगातार हमलावर है. लोजपा ने नीतीश कुमार की 7 निश्चय योजना पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा दिया है. लोजपा ने कहा कि अगर उसकी सत्ता आयी तो वह 7 निश्चय में लूट की जांच करा कर लुटेरों को दंडित करेगी. लोजपा के इस बयान के बाद साफ हो गया है कि चिराग पासवान नीतीश कुमार के साथ समझौता नहीं करने जा रही है.

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बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा है कि अगर लोजपा की ओर से रामविलास पासवान बात कर रहे होते तो मामला कब का सुलझ गया होता.

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