कप्पन की नौ साल की बेटी ने फहराया तिरंगा, भाषण भी दिया
लगभग दो साल से जंल में बंद पत्रकार कप्पन की नौ साल की बेटी ने अपने स्कूल में स्वाधीनता दिवस समारोह में दिया भाषणा। कम उम्र के बावजूद कहीं बड़ी बातें।
केरल के पत्रकार सिद्दीक कप्पन को आप शायद भूले नहीं होंगे। उन्हें अक्टूबर, 2020 में यूपी में तब गिरफ्तार कर लिया गया था, जब वे हाथरस कांडे के बाद वहां रिपोर्टिंग के लिए जा रहे थे। आज स्वतंत्रता दिवस के मौके पर उनकी नौ साल की बेटी मेहनाज कप्पन ने अपने स्कूल में झंडा भी फहराया और भाषण भी दिया। इस छोटी सी बच्ची ने कहा कि आजादी का अर्थ है कि सबको अपनी बात रखने का अधिकार है, सबको यह भी अधिकार है कि वह किस धर्म को माने। क्या खाए और क्या पहने।
नेशनल हेरल्ड की एक रिपोर्ट के मुताबिक पत्रकार कप्पन की बेटी मेनाज कप्पन केरल के मल्लापुरम जिले के नोट्टापुरम स्कूल में चौथी कक्षा की छात्रा है। आजादी के 75 वर्ष पूरा होने आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह में वह शामिल थी और उसने इस अवसर पर भाषण भी दिया।
मेहनाज ने भाषण की शुरुआत करते हुए कहा कि वह पत्रकार सिद्दीक कप्पन की बेटी है, जिन्हें उनकी आजादी से वंचित किया गया है और उन्हें 5 अक्टूबर, 2020 से अंधेरी कोठरी में कैद रखा गया है। उनके साथ कार के ड्राइवर और अन्य तीन भी गिरफ्तार किए गए थे। वे एक दलित महिला के साथ रेप के बाद घटनास्थल जा रहे थे।
नेशनल हेरल्ड के अनुसार मेहनाज ने जोश के साथ भारत माता की जय कहा। उसने कहा कि आज जो हमें आजादी मिली है, उसके लिए गांधी, नेहरू, भगत सिंह सहित अनेक लोगों ने कुर्बानी दी। संघर्ष किए। उसी के कारण आज हम भारतीयों को बोलने की आजादी, अपना भोजन और अपना धर्म चुनने की आजादी है। उसने कहा कि भारतीय होने के नाते उसे हर उस व्यक्ति का विरोध करने की आजादी है, जो उनसे देश छोड़ने को कहे। हम अपने देश के स्वाभिमान के साथ कभी समझौता नहीं कर सकते। हमें अपने देश की गरिमा को सदैव ऊंचा रखना है। आज देश में कई जगह धर्म के नाम पर हिंसा हो रही है। हमें इसे रोकना है।
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