कारगिल बस अड्डा परिसर बना जप्त वाहनों का गोदाम
बिहारशरीफ के लोग सड़क जाम से परेशान हैं। बसें सड़कों पर खड़ी रहती हैं, जबकि कारगील बस अड्डा जब्त वाहनों का गोदाम बन गया है।
संजय कुमार
बिहारशरीफ का कारगिल बस अड्डा परिसर इन दिनों लहेरी थाना पुलिस द्वारा जप्त किए गए वाहनों को रखने का गोदाम बना हुआ है। जहां बस रहनी चाहिए, वहां ट्रक-ट्रैक्टर इस परिसर की शोभा बढ़ाने रहे है।
बिहारशरीफ में तीन प्राइवेट बस अड्डा हैं तथा एक सरकारी। शहर में जाम से छुटकारा दिलाने के उद्देश्य से रेलवे स्टेशन के पास बस अड्डा का निर्माण करवाया गया था, जहां से शेखपुरा बरबीघा रूट की बसें खुलती हैं। इससे शहर को जाम की समस्या से मुक्ति मिली थी।
इसी प्रकार रामचंद्रपुर में बढ़ रहे सड़क जाम से छुटकारा दिलाने के उद्देश्य से राजगीर चौराहा के निकट लाखों रुपया खर्च कर कारगिल बस स्टैंड का निर्माण करवाया गया था। निर्माण कार्य कई वर्ष पूर्व पूरा हो चुका है। परंतु बसें नहीं खुल रही थीं। एक अधिवक्ता द्वारा पटना हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर किया गया था। हाईकोर्ट के आदेश के बाद आनन-फानन मे यहां से निर्धारित रूटों की बस खुलने की शुरुआत हुई थी। बाजाप्ता स्टैंड से खुलने वाली बसों के लिए टेंडर हुआ था। परंतु कुछ समय तक बसे खुलीं, लेकिन वर्तमान समय में केवल यहां से गया जाने वाली बसें ही खुल रही हैं।
जबकि टेंडर के समय कहा गया था कि यहां से गया, नवादा, राजगीर, कतरी सराय, वारसलीगंज आदि क्षेत्रों के वाहन खुलेंगे। परंतु प्रशासन मानो गहरी निंद्रा में सो गया है। लोग रामचंद्रपुर बस स्टैंड के पास घंटों जाम में फंस रहे हैं।
फिलहाल रामचंद्रपुर बस स्टैंड में जगह के अभाव के कारण अपनी बारी के इंतजार में बस सड़कों पर लाइन लगा खड़ी रहती हैं, तो दूसरी ओर कारगिल बस पड़ाव परिसर में लहेरी थाना द्वारा जप्त किए गए वाहनों को लगाया जा रहा है। नए आरक्षी अधीक्षक से जिले के लोगों को बहुत उम्मीद है कि वह उनकी समस्या को दूर करेंगे तथा शहर को जाम से मुक्ति मिलेगी।