खुर्शीद अहमद में काम करने का जुनून, उनकी टीम भी है लाजवाब : शाज़िया किदवई
खुर्शीद अहमद में काम करने का जुनून, उनकी टीम भी है लाजवाब : शाज़िया किदवई।
दो बड़े संगठनों के मिलन से द रॉयल होटल, बिहार, पटना में मुशायरा एवं कवि सम्मेलन 13 अगस्त को।
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Shazia kidwai promoter Andaz e Bayan Aur event Dubai
शाज़िया किदवई का नाम उर्दू अदब की दुनिया में किसी परिचय का मोहताज नहीं है, ख़ासकर जो लोग शायरी के शौकीन हैं, उनके दिलों में यह नाम रचा बसा हुआ है। शाज़िया किदवई कोई और नहीं बल्कि अंदाज़ ए बयां और की प्रोमोटर हैं। आज पूरी दुनिया में मुशायरा को लेकर उन्हीं का डंका बज रहा है । शायरी के माहौल में उर्दू प्रेमी ‘अंदाज़ ए बयां और’ का ही नाम गुनगुनाते नजर आते हैं. जहां शायरी की महफ़िलें ख़त्म हो रही थीं, वहीं इस महफ़िल को चिराग ‘अंदाज़ ए बयां और’ ने अता किया।
उर्दू साहित्य को वैश्विक स्तर पर फैला रहीं शाज़िया किदवई
‘अंदाज़ ए बयां और’ की प्रमोटर और लोकप्रिय शख्सियत शाज़िया किदवई 13 अगस्त को पटना आ रही हैं। 13 अगस्त यानी दो प्रमुख साहित्यिक संस्थाओं ‘अंदाज़ ए बयां और’ दुबई तथा पीएलएफ पटना के मिलन का अवसर होगा। इन दोनों प्रमुख संस्थाओं के तत्वावधान में और क़ौमी तंजीम पटना के सहयोग से एक भव्य मुशायरा और कवि सम्मेलन का आयोजन 13 अगस्त 2023 को द रॉयल होटल बिहार, एम्स के पास होनेजा रहा है।इसी कड़ी में पीएलएफ मीडिया संवाददाता मोहम्मद असलम से बात करते हुए ‘अंदाज़ ए बयां और’ दुबई की प्रमोटर शाज़िया किदवई ने कहा कि पूरा भारत मेरा है। दुबई में रहने वाली एक भारतीय महिला शाज़िया किदवई दुबई के साथ उर्दू साहित्य को वैश्विक स्तर पर फैला रही हैं।
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बाराबंकी में जन्म, कई राज्यों में रही, इसलिए पूरा भारत मेरा
एक विस्तृत बातचीत में उन्होंने कहा कि मेरा जन्म यूपी के शहर बाराबंकी में हुआ , लेकिन मेरे पिता की नौकरी के कारण मैं कई वर्षों तक अपने पिता के साथ भारत के विभिन्न राज्यों मेंने रहकर वहां के जीवन का भरपूर आनंद लिया। गुजरात, असम ,महाराष्ट्र के अलावा वे भारत के विभिन्न राज्यों में रही, फिर अपने पिता की नौकरी से सेवानिवृत्त होने के बाद अपने जन्मस्थान बाराबंकी लौट आई। इस प्रकार उन्होंने कहा कि पूरा भारत हमारा है।
2016 में अंदाज़ ए बयां और की शुरुआत
साहित्यिक संस्था ‘अंदाज़ ए बयां और’ दुबई के बारे में उन्होंने कहा कि ‘अंदाज़ ए बयां और’ की शुरुआत 2016 में हुई थी, लेकिन पहला कार्यक्रम 2009 में “हमारी एसोसिएशन” के बैनर तले दुबई में हुआ था. तब से यह सिलसिला जारी है।
“मेरा जन्म यूपी के शहर बाराबंकी में हुआ , लेकिन मेरे पिता की नौकरी के कारण मैंने कई वर्षों तक अपने पिता के साथ भारत के विभिन्न राज्यों में रहकर वहां के जीवन का भरपूर आनंद लिया। गुजरात, असम ,महाराष्ट्र के अलावा वे भारत के विभिन्न राज्यों में रही, फिर अपने पिता की नौकरी से सेवानिवृत्त होने के बाद अपने जन्मस्थान बाराबंकी लौट आई। इस प्रकार उन्होंने कहा कि पूरा भारत हमारा है”
‘अंदाज़ ए बयां और’ की गतिविधियों के बारे में किदवई साहिबा ने कहा कि विभिन्न गतिविधियाँ हैं। यह संगठन उर्दू और हिंदी साहित्य के प्रचार-प्रसार के साथ-साथ सामाजिक, सांस्कृतिक और कल्याणकारी कार्यों में सक्रिय और जिम्मेदारी से भाग लेता है। चूँकि भारत गंगा- जमुनी संस्कृति का प्रतीक है और इसे बनाये रखना है। वे प्रतिभाशाली और नई पीढ़ी के कवियों को जगह देते हैं. ताकि वह दुनिया तक पहुंच सके. उन्होंने कहा कि विरासत में मिले साहित्यिक संस्कार को नई पीढ़ी तक एक जिम्मेदारी के रूप में पहुंचाने का प्रयास है।
नए कवियों को ढूंढने और उन्हें स्थान देने के लिए टैलेंट हंट कार्यक्रम
अंदाज़ ए बयां और के पिछले कार्यक्रमों के बारे में उन्होंने कहा कि वह दुबई में रह रही हैं। यहां कई कार्यक्रम हुए हैं क्योंकि यह पूरी दुनिया के लिए एक बड़ा मंच है।बेहतरीन तरीके से प्रचार-प्रसार करती हूं। मैंने विभिन्न देशों के साथ-साथ भारत के विभिन्न राज्यों में भी कार्यक्रम आयोजित किए हैं। वे लखनऊ में अधिक से अधिक कार्यक्रम कर रहे हैं। 2019 में लखनऊ, मई 2022 में नए कवियों को ढूंढने और उन्हें स्थान देने के लिए टैलेंट हंट कार्यक्रम आयोजित किया गया।एक कार्यक्रम फरवरी 2023 में कोलकाता में हुआ था।सभी कार्यक्रम सफल रहे.।
लोगों ने हमें साहित्य का रहनुमा मान लिया
13 अगस्त को पटना में होने वाले मुशायरे को लेकर उन्होंने कहा कि हमारे ऊपर बड़ी जिम्मेदारी है और लोगों को हमसे काफी उम्मीदें हैं। कितने लोगों ने हमे साहित्य का रहनुमा मान लिया है। इसे संभालना आसान नहीं है, मुश्किलें हैं, लेकिन जिनके पास आमजन का प्यार है उन्हें संभालना जरूरी है।’ उन्होंने कहा कि हमारे कार्यक्रम की जनता में काफी चर्चा है। लोग विभिन्न नज़रिये से देखते हैं और हर बार उन्हें यही लगता है कि इस बार कुछ नया होने वाला है। इसलिए हर बार कुछ नए ढंग से प्रस्तुत करने की कोशिश की जाती है। डिजिटल मीडिया पर भी जनता की खास नजर रहती है और वे नए कवि के साथ आने वाले कार्यक्रम के वीडियो का इंतजार करते है।
सोशल मीडिया पर भी ‘अंदाज़ ए बयां और ‘ की धूम
कार्यक्रम की सफलता को लेकर उन्होंने कहा कि अगर आप कड़ी मेहनत करेंगे तो आपको हर हाल में सफलता मिलेगी और यही कारण है कि हमारी टीम कार्यक्रम के बारे में गहराई तक सोचती है और काफी रचनात्मक काम करती है। इसके अलावा कवियों और श्रोताओं के बैठने के लिए अच्छी जगह का चयन किया जाता है, बेहतर मंच होता है। हमारे ऑडियो और वीडियो में स्पष्टता होती है। कार्यक्रम के बाद जब वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया जाता है तो दर्शकों को पसंद आने लगता है। हमारे पास बहुत फॉलोअर्स हैं। उन्होंने कहा कि जिस कार्यक्रम में सबसे ज्यादा लोग पहुंच गए, समझो आधी सफलता मिल गयी। अंदाज़ ए बयां और की लोकप्रियता का कारण यह है कि लोग सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करते हैं और उन्हें जनता तक फैलाते हैं। लोग हमारी सफलता की कुंजी हैं। अंदाज़ ए बयां और के लाखों-करोड़ों प्रशंसक और दर्शक हैं।
खुर्शीद अहमद में कार्यक्रम के लिए जुनून, सफलता भी निश्चित
13 अगस्त को पटना में पहली बार पीएलएफ के साथ मिलकर कार्यक्रम आयोजित करने के संबंध में शाज़िया किदवई ने कहा कि बहुत अच्छा लग रहा है। पीएलएफ की टीम लाजवाब है। बहुत मेहनती टीम है। यही कारण है कि कार्यक्रम की आधी सफलता यहीं मिलती है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से पीएलएफ सचिव खुर्शीद अहमद कार्यक्रम के लिए जुनून के साथ काम कर रहे हैं। अगर जज्बा हो तो सफलता भी निश्चित है। डॉ. अहमद अब्दुल हई और फैजान अहमद कंधे से कंधा मिलाकर उनका साथ दे रहे हैं। टीम के सदस्यों की मेहनत काफी हो रही है। कार्यक्रम सफल होगा, आइये सभी बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और कार्यक्रम देखें। उन्होंने कहा कि लखनऊ में कार्यक्रम आयोजित करने में आसानी होती है । क्योंकि वहां उसकी अपनी जमीन है इसलिए यह ज्यादा सुविधाजनक है। मैं पहली बार पटना आ रही हूं लेकिन मुझे बहुत अच्छा लग रहा है क्योंकि यहां की टीम बहुत अच्छी है। इससे पहले कार्यक्रम कोलकाता में आयोजित किया गया था।
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भारत में कार्यक्रम आयोजित करने को लेकर उन्होंने कहा कि लखनऊ में कई कार्यक्रम हुए. उसके बाद कोलकाता और अब 13 अगस्त को पटना में सफल कार्यक्रम होगा।
आगामी कार्यक्रम के बारे में उन्होंने कहा कि हैदराबाद में होने वाला है अभी तारीख की घोषणा नहीं की गई है, लेकिन जल्द ही लोगों को तारीख पता चल जाएगी। वैसे दिसंबर में लखनऊ में एक कार्यक्रम आयोजित करने की योजना है. अंत में उन्होंने पीएलएफ टीम के अध्यक्ष, सचिव एवं सदस्यों को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।
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