लालू छपरा पहुंचे, उमड़ी भीड़, किसे मिलेगा लोकसभा का टिकट
लालू छपरा पहुंचे, उमड़ी भीड़, किसे मिलेगा लोकसभा का टिकट। 2019 और 2014 में राजद को नहीं मिली सफलता। क्या एमवाई से बार के प्रत्याशी को मिलेगा टिकट?
कुमार अनिल
छपरा के साथ लालू प्रसाद का विशेष संबंध है। छपरा से ही वे पहली बार लोकसभा पहुंचे थे। 1977 में वे यहां से सांसद चुने गए थे। छह साल बाद वे बुधवार को यहां पहुंचे, तो क्या नेता, क्या कार्यकर्ता, सभी मिलने के लिए होड़ कर करने लगे। छपरा सर्किट हाउस में चिल रखने की जगह नहीं बची। कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया।
#laluyadav के सर्किट हाउस पहुंचने के बाद मची अफरातफरी, समर्थकों में लालू से मिलने की लगी होड़,सर्किट हाउस के गेट का शीशा भी टूटा#laluprasadyadav #chapra #bihar #rabridevi #BiharNews @laluprasadrjd pic.twitter.com/YFPFI5uZSs
— Bihar-Jharkhand Daily (@BiharJHDaily) October 25, 2023
लालू प्रसाद छपरा पहुंचे तो हैं, तो जरूर कोई खास बात होगी। एक बड़ा सवाल यह भी है कि लोकसभा चुनाव में यहां से प्रत्याशी कौन होगा। 2019 चुनाव में चंद्रिका यादव प्रत्याशी थे, लेकिन वे हार गए थे और अब तो वे पार्टी में हैं भी नहीं। उससे पहले 2014 में यहां से राबड़ी देवी प्रत्याशी थीं, लेकिन उन्हें भी जीत नहीं मिली सकी थी। 2009 में लालू प्रसाद यहां से चुनाव जीते। उन्होंने छपरा के लिए कई बड़े काम किए। रेल पहिया कारखाना खोला। पिछले दस साल से यहां राजद को जीत नहीं मिली है।
सबसे बड़ा सवाल है कि 2024 लोकसभा चुनाव में यहां से राजद का प्रत्याशी कौन होगा। छपरा लोकसभा चुनाव में मुख्य मुकाबला राजद और भाजपा के बीच होता है। दो बार से भाजपा के राजीव प्रताप रूड़ी चुनाव जीते। हालांकि इस बार चर्चा है कि भाजपा अपना प्रत्याशी बदलेगी। सामाजिक रूप से यहां राजपूत और यादव दो जातियों के प्रत्याशी के बीच ही मुकाबला होता रहा है। भाजपा यहां से किसी राजपूत प्रत्याशी को ही मौका देगी। सवाल है कि क्या राजद फिर से यादव प्रत्याशी उतारेगा या दो बार की हार के बाद वह कोई नया समीकरण तैयार करने की कोशिश करेगा। क्या राजद भी किसी राजपूत प्रत्याशी को मौका देगा या अतिपिछड़े को उम्मीदवार बनाएगा।
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