मंदिर आंदोलन के हीरो आडवाणी को राममंदिर उद्घाटन में आने से रोका
मंदिर आंदोलन के हीरो आडवाणी को राममंदिर उद्घाटन में आने से रोका। मुरली मनोहर जोशी को भी नहीं आने के लिए कहा। अपने बुजुर्गों का गजब तिरस्कार।
राम मंदिर के उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किया गया है। 92 साल के पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा को भी आमंत्रित किया गया है, लेकिन मंदिर आंदोलन के हीरो रहे लाल कृष्ण आडवाणी को राममंदिर उद्घाटन में आने से रोक दिया गया। राम मंदिर ट्रस्ट ने उनसे पहले निमंत्रण दिया गया और साथ ही कह दिया गया कि आपको उद्घाटन में आने की जरूरत नहीं है। ऐसा ही मुरली मनोहर जोशी के साथ भी हुआ। उन्हें भी मंदिर उद्घाटन के लिए आमंत्रण देने के साथ ही उन्हें भी आने से मना कर दिया गया। कहा गया कि आपको आने की जरूरत नहीं है।
शायद देश में ऐसा आमंत्रण किसी को नहीं मिला होगा, जिसमें आमंत्रण देने के साथ ही उनसे उद्घाटन में नहीं आने को भी कहा गया। दुनिया भर में आमंत्रण देने की संस्कृति है, जिसमें आमंत्रण देने वाला आमंत्रण कार्ड देकर उनसे जरूर आने की गुजारिश करता है। लेकिन मंदिर ट्रस्ट ने गजब किया। आमंत्रण देकर कहा गया कि आप न आएं। यह अजीब तिरस्कार है। खुद ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने प्रसे को यह जानकारी भी दी। खुद ही प्रेस को बताया कि उनसे समारोह में नहीं आने को कहा गया है। पहले तिरस्कार किया फिर तिरस्कार को सार्वजनिक भी किया।
हिंदी अखबारों ने इस पूरे खबर को इस तरह पेश किया कि अधिक उम्र के कारण दोनों नेता नहीं आएंगे, जबकि सच्चाई है कि उन्हें आने सो रोका गया। लेकिन वह वीडियो वायरल हो गया और द वायर जैसे मीडिया संस्थानों ने इस तिरस्कार को खबर बनाया है। अगर उम्र कारण है तो देवगौड़ा को क्यों आमंत्रित किया गया।
"उम्र और स्वास्थ्य के कारण मुरली मनोहर जोशी और लाल कृष्ण आडवाणी उद्घाटन समारोह में नहीं आएंगे"
— News24 (@news24tvchannel) December 19, 2023
◆ राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय का बयान @ChampatRaiVHP | #ChampatRai | Champat Rai pic.twitter.com/OyODDsP12h
सोशल मीडिया में कहा जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी नहीं चाहते कि राम मंदिर के उद्घाटन में आडवाणी आएं। वे राम मंदिर निर्माण का श्रेय अकेले लेना चाहते हैं। उन्हीं की इच्छा के अनुरूप चंपत राय काम कर रहे हैं।
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