राजद की नवगठित राज्य परिषद की बैठक 19 जून को पटना स्थित ज्ञान भवन में होगी। राजद ने इसकी भव्य तैयारी की है। इसी बैठक से मंगनी लाल मंडल की राजद प्रदेश अध्यक्ष की औपचारिक घोषणा की जाएगी। पार्टी ने इस समारोह को यादगार बनाने की पूरी तैयारी की है। विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में पहली बार किसी अति पिछड़ा समुदाय को किसी पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है।
राजद को उम्मीद है कि कल के आयोजन से बिहार की राजनीति खासकर अति पिछड़ा वरग् की राजनीति पर गहरा असर पड़ेगा। इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव पर भी इसका असर पड़ना तय माना जा रहा है।
19 जून को नवगठित राज्य परिषद की बैठक की अध्यक्षता पार्टी के वरिष्ठ नेता तनवीर हसन करेंगे। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष के पद पर मंगनी लाल मंडल के चुने जाने की घोषणा के साथ ही उन्हें प्रमाणपत्र भी दिया जाएगा। इस अवसर पर राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव सहित सभी वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे।
राजद के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि कल का आयोजन ऐतिहासिक होगा। राज्य के अतिपिछड़ों के साथ आज तक धोखा दिया गया। उन्हें सिर्फ वोट बैंक के तौर पर इस्तेमाल किया गया। राजद ने पहली बार अतिपिछड़ों को सम्मान दिया है। पार्टी को उम्मीद है कि इसका राज्य की राजनीति पर दूरगामी असर पड़ेगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बेबस हो गए हैं और सत्ता पूरी तरह आरएसएस तथा भजपा के हाथ में चली गई है, इससे अतिपिछड़ों में व्यापक क्षोभ है। इस वर्ग को सम्मान देकर राजद ने नीतीश कुमार की राजनीति के अंत की शुरुआत कर दी है।