मर रहा छौड़ादानो का पुराना तालाब, टालमटोल कर रहे अधिकारी
बिहार सरकार जल संरक्षण और जलाशयों के जीर्णोद्धार पर जोर देती है, वहीं छौड़ादानो का पुराना तालाब है मर रहा है। सरकारी अधिकारी एक दूसरे पर डाल रहे जिम्मेदारी।
नेक मोहम्मद
राज्य सरकार जल-जीवन-हरियााली योजना पर काम कर रही है। जल क्षेत्रों के विकास पर जोर दे रही हैं, वहीं छौड़ादानो का पुराना तालाब मर रहा है। इसे कोई देखनेवाला नहीं है। यहां गन्दगी ही गन्दगी दिखती है। यह तालाब सुकुल बाबा मठ के पास मौजूद है। यह तालाब बहुत ही पुराना है। बताते हैं कि इस तालाब में पहले लोग स्नान करते थे। लेकिन अब यह अपने वजूद पर आंसू बहा रहा है।
यह एक ऐतिहासिक तालाब है। इसके पूर्वी तट के पास सुकुल बाबा मठ मौजूद है। इस मठ में लोग पूजा पाठ करने जाते हैं। इसके उत्तर में एक पुरानी मस्जिद भी मौजूद है।इस मस्जिद में पांच वक्त की नमाज होती हैं। धार्मिक दृष्टिकोण से भी यह तालाब बहुत महत्वपूर्ण है। लेकिन इस तालाब के चारों तरफ गन्दगी ही गन्दगी है।
साफ-सफाई नहीं होने से स्थानीय लोग भी यहां कचरा डाल दिया करते हैं। इसके साथ ही आवारा सूअर का आतंक है। यहां सूअरों ने अपना बसेरा बना लिया है। ये आवारा सूअर तालाब के चारों तरफ घुम-घुम कर मलमूत्र त्याग कर गन्दगी फैलाने में अहम भूमिका निभाते हैं। इतना ही नहीं लोगों के घर में घुस कर भी गन्दगी फैला देते हैं।इससे स्थानीय लोग तथा राहगीर भी गन्दगी से परेशान हो रहे हैं। यह तालाब अपनी जिंदगी के लिए पुकार लगा रही है।
छौड़ादानो प्रखंड विकास पदाधिकारी नीरज सिंह का कहना है कि यह मेरे कार्य क्षेत्र में नहीं आता है। यह अंचलाधिकारी के कार्य क्षेत्र में है। छौड़ादानो अंचलाधिकारी का कहना है कि यह काम नरेगा तथा मुख्यालय का है। मेरे पास इसका फण्ड नहीं है। छौड़ादानो जिला पार्षद का कहना है कि गुदरी बाजार के मोहन भाई की देखरेख में है। वह उनसे बात करेंगे।
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