MLC चुनाव : भाजपा के आगे झुका जदयू, कम सीट लेने पर मजबूर
बिहार में MLC की 24 सीटों पर चुनाव होना है। जदयू लोकसभा सीटों के बंटवारे के तर्ज पर सीट चाहता था, पर आखिर उसे भाजपा के आगे झुकना पड़ा। बड़ा भाई बनी भाजपा।
बिहार में एमएलसी की 24 सीटों पर चुनाव होना तय है। आज एनडीए ने सीटों के बंटवारे का एलान कर दिया। इसमें भाजपा को 12, जदयू को 11 तथा लोजपा (पारस) को एक सीट मिली है। इसी के साथ साफ हो गया कि जदयू की दबाव बनाने की कोशिश नाकाम हो गई और उसे भजपा के आगे झुकना पड़ा।
भाजपा के खाते में आईं सीटों में रोहतास, औरंगाबाद, सारण, सीवान, दरभंगा, वैशाली पूर्वी चंपारण, किशनगंज, कटिहार, गोपालगंज, बेगूसराय और समस्तीपुर शामिल है। वैशाली सीट पर लोजपा लड़ेगी।
जदयू के हिस्से आनेवाली सीटें हैं- पटना, भोजपुर, गया, नालंदा, मुजफ्फरपुर, मुंगेर, पश्चिम चंपारण, सीतामढ़ी, भागलपुर, मुंगेर, नवादा। सीटों के बंटवारे का एलान बिहार भाजपा के प्रभारी भूपेंद्र यादव ने पटना में एक प्रेस वार्ता में की।
पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की पार्टी हम तथा मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी को एक भी सीट नहीं मिली। अभी तक इन दलों ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
इससे पहले जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा था कि लोकसभा चुनाव के समय जिस तरह बराबर-बराबर सीटों का बंटवारा हुआ था, उसी प्रकार एमएलसी चुनाव में भी बराबर-बराबर सीटों का बंटवारा होना चाहिए। इस बीच पार्टी ने यूपी चुनाव में भी स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है। माना जा रहा था कि जदयू नेतृत्व भाजपा को बड़ा भाई नहीं मानेगा और बराबर बंटवारे पर अड़ेगा, लेकिन अंतिम समय में जदयू भाजपा के आगे झुक गया।
इस बीच आज जदयू ने फिर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की। पार्टी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के फोटो के साथ इस संबंध में एक पोस्टर भा जारी किया।
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