‘मोदी ने किया दलित-आदिवासी का अपमान, मूर्मू-कोविंद को आमंत्रण नहीं’
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू से न कराने व पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को आमंत्रित न करने पर कही बड़ी बात।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बड़ा आरोप लगाया है। कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा दलितों और आदिवासियों का सिर्फ इस्तेमाल करना जानती है। चुनावी फायदा के लिए इस्तेमाल करती है। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू से नए संसद भवन का उद्घाटन न कराने तथा समारोह में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को आमंत्रित तक नहीं किए जाने को दलितों-आदिवासियों का अपमान बताया। खड़गे ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा बार-बार दलितों-आदिवासियों का अपमान कर रही है। मालूम हो कि राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू के चुनाव में भाजपा ने खूब प्रचाक किया कि वह आदिवासी को सम्मान देनेवाली पार्टी है। रामनाथ कोविंद के समय भाजपा ने खूब प्रचार किया था कि पार्टी ने दलित को राष्ट्रपति बनाया।
यह ध्यान देने की बात है कि संविधान के अनुसार संसद का हेड राष्ट्रपति होते हैं। इस तरह उन्हीं के हाथों नए संसद भवन का उद्घाटन कराने की मांग की जा रही है। उद्घाटन 28 मई को प्रधानमंत्री मोदी करेंगे।
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने कहा कि भारत की सर्वोच्च विधायी संस्था संसद है और राष्ट्रपति संसद के संवैधानिक प्रमुख हैं। राष्ट्रपति अकेले ही सरकार, विपक्ष और देश के हर नागरिक का प्रतिनिधित्व करती हैं। इसे लिए उन्हें भारत का प्रथम नागरिक कहा जाता है। अगर राष्ट्रपति मूर्मू संसद भवन का उद्घाटन करतीं, तो इसका सरकार की लोकतांत्रिक मूल्यों तथा संवैधानिक गरिमा के प्रति आदर झलकता, पर ऐसा नहीं हो रहा है।
इससे पहले कल राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा नए संसद भवन के उद्घाटन का विरोध करते हुए कहा था कि उद्घाटन राष्ट्रपति को करना चाहिए।
अब जिस तरह कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने पूरे मामले को संवैधानिक गरिमा, लोकतंत्र और दलित आदिवासी से जोड़ा है, तय है मामला तूल पकड़ेगा। हालांकि अभी तक किसी अन्य दल ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन मामला आगे बढ़ता है या सरकार अन्य दलों को मना लेती है, यह देखना होगा।
तो क्या नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का विपक्षी दल बड़ी बात।