प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आभास हो गया है कि राममंदिर, हिंदू-मुसलमान, पाकिस्तान इस बार नहीं चल रहा है। कोई राष्ट्रीय एजेंडा सेट करने में वे अब तक पूरी तरह फेल है। इसी घबराहट का नतीजा है कि प्रधानमंत्री बिहार में दो दिन रहेंगे। वे 12 मई को पटना में रोड शो करेंगे। 13 मई को हाजीपुर, मुजफ्फरपुर तथा सारण में चुनावी रैली को संबोधित करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी के दो दिन बिहार में रहने का कार्यक्रम फाइनल होने के बाद पटना के राजनीतिक गलियारे में चह चर्चा आम हो गई है कि प्रधानमंत्री मोदी बिहार से घबरा गए हैं। पहले और दूसरे चरण में भाजपा का सामाजिक आधार टूट गया है। जगह-जगह कुशवाहा, कुर्मी मतदाताओं के टूटने की खबर है। खासकर नवादा, औरंगाबाद में कुशवाहा तथा कुर्मी मतदाताओं ने राजद को वोट दिया। मुंगेर में भी यही स्थिति है। मुख्यमंत्री इस एक लोकसभा क्षेत्र में चार बार जा चुके हैं, ताकि किसी तरह कुर्मी मतदाताओं को अलग होने से रोका जा सके। उनकी सभाओं में भीड़ बहुत कम जुट रही है। बिहार के अन्य क्षेत्रों में भी कुशवाहा, कुर्मी तथा दलितों का बड़ा हिस्सा राजद की तरफ जाता दिख रहा है। तीसरे चरण में भी खगड़िया, अररिया में एनडीए को कड़े मुकाबले का सामना करना पड़ रहा है। सबसे बड़ी बात यह है कि चुनाव में भाजपा समर्थकों में उत्साह नहीं दिख रहा है, जिससे मतदान प्रतिशत कम देखा गया है। अगले चरणों में किसी तरह भाजपा समर्थकों का जोश बढ़ाया जाए, इसीलिए प्रधानमंत्री को बिहार में पसीना बहाने को मजबूर होना पड़ा है।
तीसरे चरण में 5 सीटों पर मतदान, कौन कहां कमजोर, कहां भारी
प्रधानमंत्री मोदी बिहार में पहली बार रोड शो करेंगे। अब तक मिली जानकारी के अनुसार रोड शो की शुरुआत आयकर गोलंबर से होगी। डाक बंगला चौराहा होते हुए रोड शो कदम कुआं तक आएगा। दूसरे दिन वे हाजीपुर में चिराग पासवान के लिए सभा करेंगे। सारण में भाजपा के राजीव प्रताप रूडी चुनाव लड़ रहे हैं। उनका मुकाबला लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य से है। मुजफ्फरपुर से भाजपा प्रत्याशी हैं राजभूषण चौधरी। उनका मुकाबला कांग्रेस के अजय निषाद से है।