मुख्यमंत्री उद्यमी योजना का लाभ मुस्लिमों को न मिलने पर नीतीश ने हड़काया
मुख्यमंत्री उद्यमी योजना का लाभ मुस्लिमों को न मिलने पर नीतीश ने हड़काया। नौ हजार से अधिक लाभुकों को मिली पहली किस्त। जल्द निकलेंगे बिहार यात्रा पर।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य सरकार की मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत लाभुकों को पहली किस्त जारी की। इस अवसर पर पटना के बापू सभागार में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि इस योजना का लाभ सभी वर्गों को मिलेगा। पिछले दिनों समीक्षा बैठक में मुझे जानकारी मिली कि इस योजना का लाभ अल्पसंख्यकों को नहीं मिल रहा है। इसका लाभ अल्पसंख्यक विभाग को देना था। इसके बाद मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि अल्पसंख्यक वर्ग को भी उद्योग विभाग ही इस योजना का लाभ देगा। उन्होंने इस दौरान अल्पसंख्यक विभाग के अधिकारी के बारे में पूछा कि वे कहां हैं, तो बताया गया कि वे बाहर गए हैं। मुख्यमंत्री ने बिगड़ते हुए कहा कि हमने तो उन्हें बुलाया था। जब वे आएंगे तो पूछेंगे। छोड़ेंगे नहीं।
मुख्यमंत्री की जानकारी में आने के बाद उनके निर्देश के बाद अब मुख्यमंत्री उद्यमी योजना का लाभ अल्पसंख्यक वर्ग को भी मिलना शुरू हो गया है। मालूम हो कि इस योजना के तहत लाभुकों को 10 लाख रुपए दिए जाते हैं, जिसमें पांच लाख रुपए राज्य सरकार अनुदान के तौर पर देती है और पांच लाख रुपए ऋण के तौर पर दिया जाता है। ट्रेनिंग के लिए 25 हजार रुपए दिए जाते हैं।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि गांव-गांव जाकर पता करें कि किसे राज्य सरकार की योजना का लाभ मिल रहा है और किसे नहीं। कोई समस्या हो तो उसे दूर करें। उन्होंने कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन की पड़ताल करने के लिए वे खुद ही बिहार यात्रा करेंगे। लोकसभा चुनाव की दृष्टि से इस यात्रा का काफी महत्व होगा।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की योजनाओं में 40 प्रतिशत राशि राज्य सरकार को देना होता है, पर सारा प्रचार केंद्र सरकार का होता है। मुख्यमंत्री ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग एक बार फिर उठाई। उन्होंने यह भी कहा कि विशेष राज्य की मांग अगर केंद्र नहीं देगा, तो आंदोलन होगा।
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