नीतीश सरकार के मंत्रियों में विभाग बंटे, गृह नहीं ले पाई BJP
नीतीश सरकार के मंत्रियों में विभाग बंटे, गृह नहीं ले पाई BJP। चर्चा थी कि गृह या सामान्य प्रशासन में एक विभाग चाहती है, भाजपा। दोनों विभाग फिर नीतीश के पास।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शपथ ग्रहण के सातवें दिन मंत्रियों के लिए विभागों का बंटवारा कर दिया। देर होने की पीछे माना जा रहा था कि भाजपा गृह विभाग या सामान्य प्रशासन विभाग में से एक विभाग लेने के लिए दबाव बना रही है। ये दोनों विभाग पिछले 18 वर्षों से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास ही रहा है। इन दोनों विभागों पर नियत्रंण का मतलब है सरकार की पूरी मशीनरी पर नियंत्रण।
विभागों के बंटवारे के बाद जो चित्र उभर रहा है, उसमें नीतीश कुमार के बाद दूसरे नंबर पर भाजपा के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी बन गए हैं। उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा तीसरे नंबर पर खिसक गए हैं। उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के पास फिलहाल आठ विभाग हैं। वित्त, नगर विकास और आवास, स्वास्थ्य, खेल, पंचायती राज, उद्योग, पशु एवं मत्सय संसाधन, विधि विभाग सम्राट चौधरी के पास हैं, जबकि उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा के पास कृषि, पथ निर्माण, भूमि सुधार, गन्ना उद्योग, खान एवं भूतत्व, श्रम संसाधन, कला, संस्कृति और युवा, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग है। खुद मुख्यमंत्री के पास गृह विभाग, सामान्य प्रशासन के अलावा मंत्रिमंडल सचिवालय, निगरानी, निर्वाचन (ऐसे सभी विभाग जो किसी को आवंटित नहीं हैं) विभाग हैं।
इसी प्रकार भाजपा कोटे के डॉ प्रेम कुमार के पास सहकारिता, पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण, आपदा प्रबंधन, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन, पर्यटन विभाग हैं। जदयू कोटे मंत्री विजेंद्र यादव के पास ऊर्जा, योजना और विकास, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन, ग्रामीण कार्य, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग हैं। जदयू कोटे के ही विजय चौधरी के पास जल संसाधन, संसदीय कार्य, भवन निर्माण और परिवहन, शिक्षा, सूचना और जन संपर्क विभाग हैं। हम (से) के संतोष कुमार मांझी के पास सूचना प्रावैद्यिकी, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग हैं। निर्दलीय सुमित कुमार सिंह के पास विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा है।
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