बिहार की राजनीति में एक बड़ा बदलाव हो गया। पिछले 20 वर्षों में पहली बार इस चुनाव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दरकिनार हो गए हैं। उनकी थोड़ी बहुत चर्चा हो भी रही है, तो नकारात्मक कारणों से। इंडिया गंठबंधन और एनडीए के बीच मुकाबला दरअसल मोदी बनाम तेजस्वी बन गया है।
Tejashwi Yadav ने मंगलवार को गया लोकसभा क्षेत्र में अपने प्रत्याशी कुमार सर्वजीत के समर्थन में चाकंद में रैली की। उन्होंने पूरे भाषण में प्रधानमंत्री मोदी को निशाने पर लिया। उधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी Tejashwi Yadav को ही निशाने पर ले रहे हैं। इस तरह बिहार का चुनाव मोदी बनाम तेजस्वी बन कर रह गया है। स्थिति यह है कि जदयू के प्रत्याशी भी प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर ही चुनाव लड़ रहे हैं।
नवादा में जिस तरह मुख्यमंत्री ने चार हजार सीटें जीतने की बात की, उसके बाद उनकी सभाओं की संभावना कम हो गई है। वे अब रोड शो ही करेंगे। इधर Tejashwi Yadav ने प्रधानमंत्री मोदी पर जम कर हमला बोला। कहा कि प्रधानमंत्री कभी रोजी-रोजगार पर बात नहीं करते। सिर्फ धर्म के नाम पर हिंदू-मुसलमान की बात करते हैं। राम के नाम पर चुनाव लड़ रहे हैं।
Tejashwi Yadav ने आज मीडिया को भी घेरा। कहा-आप मीडिया के लोग एक सवाल भी बेरोज़गारी, महंगाई, ग़रीबी, किसान, राज्य में निवेश, बढ़ते पलायन पर नहीं करते, आप लोग सिर्फ़ मोदी की बात करते हैं। क्यों? हम बिहार की जनता की ख़ुशहाली और तरक़्क़ी चाहते हैं, कभी उसकी बात तो करिए। चाकंद में तेजस्वी यादव ने कहा कि गया में भाजपा के लोग कह रहे हैं कि निमन प्रत्याशी नहीं है। निमन प्रत्याशी तो राजद का है। साफ है कि एनडीए में भीतर से फूट पड़ गई है।
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इस बीच गया लोकसभा क्षेत्र के मोहनपुर प्रखंड में 30 जिला पार्षद और 30 मुखिया के साथ हजारों की संख्या में कार्यकर्ता नौकरी, विकास एवं महंगाई व गरीबी हटाने जैसे मुद्दों की राजनीति करने वाली पार्टी #RJD में शामिल हुए।