नर्स बनने पर पति ने काटा हाथ, पत्नी ने हार न मानी, देखिए जज्बा
पत्नी के नर्स बनने से पति को इतना गुस्सा आया कि पत्नी का हाथ काट दिया। पत्नी ने हार न मानी। अस्पताल में ही बाएं हाथ से लिखना सीखने लगी। पत्नी ने क्या कहा-
अब भी ऐसे लोग हैं, जो बीमार होने पर नर्स की सेवा लेने से परहेज नहीं करते, पर नहीं चाहते कि उनकी बेटी या पत्नी नर्स बने। ऐसे लोग नर्सिंग पेशे के प्रति घटिया सोच रखते हैं। ऐसे ही सोच वाला एक व्यक्ति पत्नी के सरकारी अस्पताल में नर्स बनने से गुस्से से भर गया। उसने पत्नी का दायां हाथ काट दिया। लेकिन पत्नी ने हार न मानी। अस्पताल में भर्ती है। अस्पताल के बेड पर ही उसने बाएं हाथ से लिखने की प्रैक्टिस शुरू कर दी। उसने कहा कि वह अब बाएं हाथ से अपने जीवन की नई कहानी लिखेगी। अपने सपनों को साकार करेगी।
मामला प. बंगाल का है। इस खबर को द टेलिग्राफ ने पहले पन्ने पर प्रकाशित किया है। अखबार के अनुसार रेनु खातून ने जीएनएम की परीक्षा पास की है। उसने कहा कि मेरा सपना इतना भर ही नहीं है। वह नर्सिंग में ग्रेजुएशन फिर पोस्ट ग्रेजुएशन करके लड़कियों को ट्रेनिंग देना चाहती है।
रेनु के पति का नाम शरीफुल शेख है। रेनु ने बताया कि उसके पति को उसका सरकारी अस्पताल में नर्स नर्स बनना पसंद नहीं था। पति और उसके दो दोस्तों ने मिल कर उसका दायां हाथ काट दिया। पति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। रेनु ने डॉक्टरों-नर्सों के प्रति आभार जताया कि उनके कारण उसका जीवन बच गया। अस्पताल में ही उसने नर्स से कॉपी और कल मांगी। फिर बाएं हाथ से लिखने की प्रैक्टिस शुरू कर दी। उसे अस्पताल में भर्ती हुए तब 48 घंटे भी नहीं हुए थे। रेनु के पिता सिक्युरिटी गार्ड हैं। रेनु ने कहा कि उसके पिता ने मेहनत से उसे पढ़ाया है। वह उनके सपने को पूरा करके पति को गलत साबित करेगी।
कल रेनु से मिलने राज्य महिला आयोग की टीम पहुंची। रेनु ने आग्रह किया है कि उसकी नौकरी पर आंच न आए। आयोग ने हर संभव मदद का भरोसा दिया है।
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